Patra Chawl Scam: पात्रा चॉल मामले में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से ED की पूछताछ, करोड़ो का है स्कैम !
पात्रा चॉल मनी लॉन्ड्रिंग केस में शनिवार को शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत ED दफ्तर में पेश हुईं। पत्रा चॉल घोटाले में शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को ED ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था।
पात्रा चॉल मनी लॉन्ड्रिंग केस में शनिवार को शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत ED दफ्तर में पेश हुईं। पत्रा चॉल घोटाले में शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को ED (Enforcement Directorate) ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। ED के अधिकारी आज वर्षा राउत से पूछताछ करेंगे। ख़बरों की माने तो ED संजय राउत और उनकी पत्नी वर्षा राउत को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर सकती है।
ED ने वर्षा राउत को भेजा था समन !
ED ने इस सप्ताह की शुरुआत में वर्षा राउत को समन भेजे थे। जिसके बाद वह शनिवार सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर दक्षिण मुंबई में बलार्ड एस्टेट स्थित ED के कार्यालय पहुंचीं। पत्रा चॉल घोटाले मामलें में प्रवर्तन निदेशालय ने कुछ दिन पहले ही संजय राउत से पूछताछ के बाद उनको हिरासत में लिया था। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी।
अकाउंट में मिले थे 1.6 करोड़े रूपए !
ED ने कोर्ट में कहा कि संजय राउत और उनके परिवार के अकाउंट में 1 करोड़ 6 लाख कैसे आए? और विदेश दौरे पर कितना खर्च किया उसकी जांच कर रहे हैं। ED को रेड में कुछ कागज़ात मिले थे, जिससे पता चला कि संजय राऊत को हर महीने प्रवीण राऊत द्वारा एक निश्चित रकम दी जाती थी। ED के मुताबिक प्रवीण राऊत से मिले पैसे से अलीबाग में जमीन खरीदी गई।
प्रवीण राउत पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार !
अप्रैल में ED ने संजय राउत के सहयोगी प्रवीण राउत की 9 करोड़ रुपये की संपत्ति और वर्षा राउत की 2 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थाई रूप से कुर्क की थी। इस मामले में प्रवीण राउत को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। अलीबाग में प्रवीण के पास आठ भूखंड और वर्षा के नाम पर एक फ्लैट है, जिसे कुर्क किया गया है।
क्या है पात्रा चॉल घोटाला ?
पात्रा चॉल जमीन घोटाले की शुरुआत साल 2007 से हुई। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA), प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की मिली भगत से यह घोटाला होने का आरोप है। 2007 में MHADA ने पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया था यह कंस्ट्रक्शन गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में होना था। MHADA की 47 एकड़ जमीन में कुल 672 घर बने हैं। रीडिवेलपमेंट के बाद गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को साढ़े तीन हजार से अधिक फ्लैट बनाकर देने थे। MHADA के लिए फ्लैट्स बनाने के बाद बची हुई जमीन को प्राइवेट डिवलपर्स को बेचा जाना था। लेकिन 14 साल बीतने के बाद भी कंपनी ने लोगों को फ्लैट बनाकर नहीं दिए।