#Parenting App: ‘पेरेंटिंग ऐप’ बच्चों के विकास में अहम भूमिका निभाने के लिये है रामबाण !

सभी मां ये चाहती हैं कि उनका बच्चा टीवी (TV) और कंप्यूटर (computer) से दूर रहे, फिर आपके लिए पेरेंटिंग ऐप बेस्ट ऑप्शन माना जायेगा।

सभी मां ये चाहती हैं कि उनका बच्चा टीवी (TV) और कंप्यूटर (computer) से दूर रहे, फिर आपके लिए पेरेंटिंग ऐप बेस्ट ऑप्शन माना जायेगा। बता दें कि इस ऐप को डाउनलोड (Download) करके वे अपने आसपास की किड्स के फ्रेंडली प्लेस, जैसे- पार्क, प्लेग्राउंड, रेस्टोरेंट्स, म्यूज़ियम(Parks, Playgrounds, Restaurants, Museums)  और दूसरी इंडोर प्लेसेस (Indoor Places) को भी सर्च कर सकती हैं। इस सिलसिले में “पेरेंटिंग ऐप” (Parenting App) मां और बच्चों (mother and children) के लिए बेस्ट ‘ऑनलाइन कैटलॉग’ किड्स फ्रेंडली प्लेसेस (Kids Friendly Places) की सूची है।

‘केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री’ (Union Minister of State for Health) ‘भारती प्रवीण पवार’ (Bharti Praveen Pawar) ने हाल ही में पालन-पोषण पर एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया गया है। बता दें कि जो पहले दो वर्षों में बच्चों के संज्ञानात्मक विकास (Cognitive Development) पर केंद्रित है। इस दिशा को ध्यान में रखते हुये ‘भारती प्रवीण पवार’ (Bharti Praveen Pawar) ने पालन 1000 नेशनल कैंपेन (Palan 1000 National Campaign) और ‘पेरेंटिंग ऐप’ को लॉन्च किया है। इस ऐप को अभी मुंबई में अर्ली चाइल्डहुड डेवलपमेंट कॉन्क्लेव(Early Childhood Development Conclave in Mumbai), ‘पेरेंटिंग ऐप’ वर्चुअली लॉन्च (launch virtually) किया गया है।

बच्चों के दिमाग पर पड़ा असर

इस सिलसिले में बच्चों के देखभाल को देखते हुए उन्होंने कहा था कि, देश में 2014 में प्रति एक हजार शिशु पर मृत्युदर 45 थी। इन पांच सालों में 2019 में प्रति हजार जीवित बच्चों पर 35 करने की दिशा निर्देश जारी किये गए थे। ऐसे में ‘शिशु मृत्युदर को कम’ (Reduce Infant Mortality) करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

आपको बता दें कि ‘स्वास्थ्य मंत्री’ ने इस बात का ध्यान रखते हुये कहा है कि बच्चे की सेहत प्रेगनेंसी के दौरान महिला के स्वास्थ्य, पोषण और बाहरी पर्यावरण पर निर्भर करता है। ऐसे में बच्चों के दिमाग का विकास भी प्रेग्नेंसी (Pregnancy)के दौरान ही होता है। बता दें कि प्रेगनेंसी में मौजूद बच्चों के दिमाग का विकास भविष्य में उसकी बुद्धि के स्तर का मार्ग तय करता है।

टेक्नोलॉजी ने हर समस्या बना दिया आसान

ये ऐप (App) बच्चों की देखभाल करने के साथ-साथ परिजनों को कई प्रकार की सलाह भी देता है। इस माध्यम से इस ऐप के जरिये लाइफस्टाइल (Lifestyle) को ठीक रखने के लिए क्या किया जा सकता है। ये बच्चों के माता-पिता के कई प्रकार की समस्याओं और शंकाओं को हल करने में सहायक है। ‘पेरेंटिंग ऐप’ (Parenting App) बच्चे के विकास में अहम भूमिका निभाने के लिये रामबाण है।

आपको बता दें कि ‘टेक्नोलॉजी’ (Technology) ने हर चीज़ को आसान बना दिया है। ऐसे में यहां तक कि सीखने-सिखाने के नियमों को भी पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। वो चाहे मोबाइल को या बैंकिंग से जुड़े हुये लेन देन की सुविधा हो। इस नई दुनिया में टेक्नोलॉजी ने हर क्षेत्र में ही विकास किया है। आप कुकिंग या फिर ‘पैरेंटिंग स्टाइल’ (Parenting Style) को ही देख लीजिये। इस डिजिटल दुनिया में हर काम आसान हो चुका है। बता दें कि यहां तक कि टेक्नोलॉजी और नए-नए ऐप्स ने पैरेंटिंग को भी अब इजी बना दिया है।

 

 

 

 

 

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