विधानसभा में नीतीश कुमार बोलते-बोलते हुए आउट ऑफ़ कण्ट्रोल, कहा – शादी के बाद रोज रात में करते है पुरुष
सीएम नीतीश कुमार ने ऐसा कुछ विधानसभा में कहा जिससे सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है.

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को विधानसभा में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट पेश की. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने ऐसा कुछ कहा जिससे सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. सीएम नीतीश कुमार ने पति-पत्नी के बीच बनने वाले सेक्सुअल रिलेशन पर टिप्पणी कर दी. उनके बयान पर पूरे सदन का माहौल एकाएक बदल गया। पुरुष विधायक हंसने लगे तो महिलाएं शर्म से पानी हो गई.
CM नीतीश के अमर्यादित बोल
चर्चा के दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में महिलाओं की साक्षरता बढ़ी है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं लड़की पढ़ाई करे. जब शादी होगा लड़का-लड़की में, तो जो पुरुष है वो तो रोज रात में करता है ना. तो उसी में और बच्चा पैदा हो जाता है. और लड़की पढ़ लेती है तो उसको मालूम रहेगा कि ऊ (पति) करेगा ठीक है, लेकिन अंतिम में भीतर मत घुसाओ, सको बाहर कर दो। तो उसी वजह से संख्या घट रही है.
विधानसभा में पेश की गई जातिगत जनगणना की रिपोर्ट
अपने संबोधन में सीएम नीतीश ने एक बड़ा ऐलान भी किया. इसमें उन्होंने बिहार में ओबीसी आरक्षण बढ़ाने का प्रस्ताव रखा. सीएम नीतीश ने राज्य में आरक्षण का दायरा बढाकर 50 से 65 करने का प्रस्ताव रखा .ईडब्ल्यूएस के 10 फीसदी को मिलाकर आरक्षण 75 फ़ीसदी करने का प्रस्ताव रखा गया है. चर्चा के दौरान नीतीश ने कहा कि आरक्षण बढ़ाने के लिए सलाह ली जाएगी. बिहार में आरक्षण का दायरा किस तरह बढ़ाया जाएगा इसकी रूपरेखा भी तैयार की गई है. इस प्रस्ताव के मुताबिक SC को फिलहाल 16 फ़ीसदी आरक्षण मिलता है उसे बढ़ाकर 20 फ़ीसदी किया जाएगा. वहीं एसटी को 1 फीसदी से 2 फीसदी किया जाएगा. वही EBC और OBC को मिलाकर 43 फ़ीसदी आरक्षण दिया जाएगा.