पीएम के बारे में ‘इस’ किताब की थी केजरीवाल को जेल में तलाश !
राउज एवेन्यू कोर्ट में आज हुई सुनवाई में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच में केजरीवाल के असहयोग का हवाला देते हुए हिरासत बढ़ाने की मांग की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 15 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। नई दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज हुई सुनवाई में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच में केजरीवाल के असहयोग का हवाला देते हुए हिरासत बढ़ाने की मांग की। कोर्ट ने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और केजरीवाल की हिरासत तीसरी बार बढ़ा दी। इससे पहले 21 मार्च को केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनकी रिमांड 7 दिन के लिए 28 मार्च तक और उसके बाद 1 अप्रैल तक बढ़ा दी गई थी। कोर्ट ले जाए जाने के दौरान केजरीवाल ने प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए बेहद कम शब्दों में बयान दिया। दिलचस्प बात यह है कि केजरीवाल ने हिरासत में जिन किताबों की मांग की है उनमें से एक किताब प्रधानमंत्री पद से संबंधित है।
गिरफ़्तारी और हिरासत
शराब मामले में 21 मार्च को केजरीवाल को उनके आवास पर दो घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने हिरासत में ले लिया था। विपक्ष ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़े शब्दों में आलोचना की थी। ‘इंडिया’ गठबंधन के कई नेताओं ने कहा कि यह धक्का-मुक्की की राजनीति है और इससे देश में लोकतंत्र को खतरा है। रविवार को ही ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों ने रामलीला मैदान में ‘लोकशाही वाचवा रैली’ का आयोजन किया। इस रैली में केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद थीं। आज इसी रैली के दूसरे दिन केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।
रास्ते में क्या बोले केजरीवाल?
ईडी अधिकारियों और पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच अदालत पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री अभी जो कर रहे हैं वह देश के लिए अच्छा नहीं है। कोर्ट रूम में पहुंचे मीडिया प्रतिनिधियों के सामने केजरीवाल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी ये जो कर रहे हैं, वो देश के लिए नहीं हैं।’
साथ ही ऐसी किताब भी मांगी जिसमें प्रधानमंत्री पद का जिक्र हो
केजरीवाल ने कोर्ट से कुछ चीजों की मांग की. केजरीवाल ने स्वास्थ्य कारणों से हिरासत में रहने के दौरान डाइट फूड खाने की अनुमति मांगी थी। उन्होंने अपने वकीलों के माध्यम से कोर्ट से कुछ दवाइयों की भी मांग की। इसके अलावा केजरीवाल ने कोर्ट से मांग की कि उन्हें हिरासत में पढ़ने के लिए 3 किताबें चाहिए। इसमें केजरीवाल ने दो धार्मिक पुस्तकों ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ के साथ-साथ प्रधानमंत्री पद से जुड़ी एक किताब की भी मांग की। केजरीवाल ने कोर्ट से महिला पत्रकार नीरजा चौधरी की किताब ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर डिसाइड्स’ की एक प्रति सेल में पढ़ने के लिए दिलाने का अनुरोध किया है।
‘हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड’ किताब में क्या है?
अनुभवी पत्रकार नीरजा द्वारा लिखित पुस्तक ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर डिसाइड्स’ में भारत के 6 प्रधानमंत्रियों द्वारा लिए गए कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों के विभिन्न पहलुओं का खुलासा किया गया है। पुस्तक में इस बात का विवरण और लेखा-जोखा है कि भारत के 6 प्रधानमंत्रियों ने जनता की राय और विपक्ष के दबाव और परिणामों के सामने कैसे सोचा और निर्णय लिए। इस किताब में जिन 6 प्रधानमंत्रियों का जिक्र है उनमें इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, विश्वनाथ प्रताप सिंह, पी. वी जिनमें नृसिंह राव, अटल बिहारी वाजपेई और मनमोहन सिंह शामिल हैं ।
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