निजी क्षेत्र के बिजली उत्पादकों की बढ़ी मुश्किलें, आयोग ने किया जवाब तलब …

विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में निजी क्षेत्र के बिजली उत्पादकों से सवाल किये हैं। निजी क्षेत्र के बिजली उत्पादकों को जल्द ही सवालो के जवाब देने होंगे ...

विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में निजी क्षेत्र के बिजली उत्पादकों द्वारा विदेशी कोयला मंगाने के लिए अनुमति को लेकर सवाल किया हैं साथ ही आयोग ने पूछा हैं कि, क्या कोयले की कमी से उत्पादन में कमी आ रही हैं? सभी कम्पनियों को जल्द से जल्द जवाब देना होगा।

पूछे ये सवाल ?
निजी घरानों को विद्युत नियामक आयोग ने सवाल करते हुए पूछा कि, क्या लक्ष्य के मुताबिक बिजली उत्पादन में कोयले की कमी आड़े आ रही है? क्या उच्च जीसीवी (ग्रास कैलोरिफिक वैल्यू) का विदेशी कोयला उनके प्लांट के बायलर में इस्तेमाल किया जा सकता है? विदेशी कोयला मंगाने के लिए क्या सक्षम स्तर से अनुमति ली गई है? सभी निजी घरानों को जल्द से जल्द जवाब देना है।

बता दें, घरेलू कोयले से दस गुना महंगा है विदेशी कोयला। घरेलू कोयला 1700 रुपए/टन,विदेशी कोयला 17 हजार/टन हैं। इस बीच बजाज ने अपने ललितपुर पावर प्लांट के लिए 3.20 लाख टन कोयला खरीदने संबंधी गुरुवार को टेंडर निकाला है। रिलायंस पावर द्वारा पूर्व में अपने रोजा प्लांट के लिए खरीदे गए विदेशी कोयले का मामला भी विद्युत नियामक आयोग द्वारा उसके मल्टी ईयर टैरिफ जेनरेशन याचिका पर सुनवाई के दौरान गूंजा।

 

 

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