LUCKNOW: शहर में बढ़ रहे डेंगू- कोरोना के मरीज, 38 डेंगू की चपेट में तो वहीं कोरोना के 47 सक्रिय मरीज !
राजधानी में डेंगू का असर तेज हो रहा है। बुधवार को 38 लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं। इंदिरानगर में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
राजधानी में डेंगू का असर तेज हो रहा है। बुधवार को 38 लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं। इंदिरानगर में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। यहां सबसे अधिक डेंगू मरीज मिले हैं। 23 घरों में मच्छरजनित स्थितियां मिली। सभी को नोटिस जारी किया गया। इसके अलावा चिनहट के नरेन्दी गांव में उल्टी-दस्त के तीन मरीज मिले हैं। इसमें से एक की हालत गंभीर होने पर उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया है। साथ ही चार कोरोना संक्रमित मिले हैं।
लोहिया, केजीएमयू व पीजीआई में एलाइजा जांच की सुविधा
ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में कार्ड तकनीक से डेंगू की जांच हो रही है। पॉजिटिव आने पर नमूना स्वास्थ्य विभाग की स्टेट लैब में भेजा जाता है। ऐसे में जांच में ही काफी वक्त मरीजों का गुजर रहा है। कार्ड जांच को स्वास्थ्य विभाग पुख्ता नहीं मानता है। ऐसे में डॉक्टर लक्षणों के आधार पर इलाज करते हैं। मौजूदा समय में लोकबंधु, लोहिया, केजीएमयू व पीजीआई में एलाइजा जांच की सुविधा है।
डेंगू की पुष्टि होने से दहशत
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 38 डेंगू मरीज मिले हैं। इसमें सबसे अधिक इंदिरानगर के नौ लोग डेंगू की चपेट में आए हैं। वहीं आलमबाग में भी डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यहां आठ लोगों में डेंगू की पुष्टि होने से दहशत है। अलीगंज के छह व एनके रोड में पांच तथा मोहनलालगंज के चार लोगों की जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। इसी तरह सिल्वर जुबली के तीन व सरोजनीनगर, चिनहट तथा गोसाईगंज का एक-एक मरीज डेंगू की गिरफ्त में आ गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 995 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया। इनमें 23 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर सभी नोटिस को जारी किया गया।
इलाज के लिए चिकित्सा शिविर
चिनहट के नरेन्दी गांव में फूड प्वाइजनिंग से ग्रसित मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सा शिविर लगाया गया है। जहां जांच में उल्टी-दस्त के तीन मरीज मिले। इनमें से एक मरीज की हालत गंभीर होने लगी जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिनहट में भर्ती कराया गया है। सीएमओ ने बताया कि भर्ती मरीज की स्थिति सामान्य है। वहीं मंगलवार को भर्ती मरीज को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
रोजाना तकरीबन 400 बुखार पीडि़त
बारिश के बाद मौसम में तेजी से बदलाव आया है। बड़ी संख्या में बुखार के मरीज अस्पतालों की ओपीडी में आ रहे हैं। एक सप्ताह पहले सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना तकरीबन 400 बुखार पीडि़त आ रहे थे। बुधवार को ओपीडी में लगभग 500 बुखार पीडि़त, केजीएमयू, लोहिया, सिविल, रानी लक्ष्मीबाई, लोकबंधु समेत दूसरे अस्पतालों में पहुंचे। चिंता की बात यह है कि इनमें डेंगू जैसे लक्षण वाले मरीजों की संख्या अधिक है। भीड़ की वजह से बुखार से तप रहे मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
रानी लक्ष्मीबाई व लोकबंधु की ओपीडी में संसाधन बढ़ाए गए
मरीजों की भीड़ के मद्देनजर अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या बढ़ा दी गई है। राउंड लेने के बाद डॉक्टर ओपीडी में मरीजों को देख रहे हैं। जबकि सुबह आठ बजे से कोई न कोई फिजिशियन ओपीडी में मरीजों को सलाह मुहैया करा रहे हैं। बलरामपुर, सिविल, रानी लक्ष्मीबाई व लोकबंधु की ओपीडी में संसाधन बढ़ाए गए हैं।
वहीं लखनऊ के चार नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमें 3 पुरूष एवं 1 महिला रोगी है। 6 व्यक्ति कोविड संक्रमण से स्वस्थ हुए हैं। जनपद में एक्टिव केसों की संख्या 47 है। अलीगंज में दो लोग कोरोना की चपेअ में आए हें। इसके अतिरिक्त ऑपरेशन से पहले जांच में एक भर्ती मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी।