Virtual Kidnapping Scam से कैसे बचे,वरना होगा अकाउंट ख़ाली !
आभासी अपहरण घोटाला शारीरिक अपहरण का अपराध नहीं बल्कि धोखे का अपराध है। इसमें विक्टिम खुद अपनी तरफ से रुपये ट्रांसफर करते हैं।
साइबर फ्रॉड के आए दिन नए-नए केस पढ़ने को मिल रहे हैं, जिसमें विक्टिम को करोड़ो रुपये तक का चुना लग रहा है। साइबर ठगी के लिए स्कैमर्स अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आज आपको एक बड़े ही अनोखे तरीके के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं और इसका नाम Virtual Kidnapping Scam है।
आभासी अपहरण घोटाला
जैसे-जैसे डिजिटल दुनिया का विकास हो रहा है, वैसे-वैसे घोटालेबाजों की रणनीतियाँ भी विकास का मोड़ ले रही हैं। साइबर धोखाधड़ी में बढ़ोतरी एक मनोवैज्ञानिक हेरफेर चाल है जिसे आभासी अपहरण घोटाले के रूप में जाना जाता है। इस खौफनाक साइबर अपराध में अपराधी पीड़ितों को यह विश्वास दिलाते हैं कि उनका कोई प्रियजन खतरे में है, उनके डर और इमरजेंसी का फायदा उठाकर कथित बंदी की रिहाई के लिए फिरौती की मांग करते हैं।
साइबर ठगों की बड़ी चालाकी
आभासी अपहरण घोटाला शारीरिक अपहरण का अपराध नहीं बल्कि धोखे का अपराध है। इसमें विक्टिम खुद अपनी तरफ से रुपये ट्रांसफर करते हैं।
Virtual Kidnapping Scam का एक नया मामला दिल्ली से सामने आया है,साइबर ठगों ने बड़ी ही चालाकी से Virtual Kidnapping Scam से एक बुजुर्ग को ठग लिया।
आखिर क्या है ये Virtual Kidnapping Scam?
Virtual Kidnapping Scam में स्कैमर्स एक व्यक्ति को कॉल या मैसेज करते हैं। इसके बाद वह विक्टिम को बताते हैं कि उनके प्रिय व्यक्ति को किडनैप कर लिया गया है, इसमें वे बेटा-बेटी,मम्मी-पापा या फिर किसी अन्य रिश्तेदार का नाम लेंगे ,
इसके बाद वह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) या फिर डीपफेक (Deepfake) की मदद से फर्जी वीडियो या वॉयस का डुप्लीकेट तैयार कर के पुरे तरीके से विक्टिम को यह यकीन दिला देते हैं कि सच में उन्होंने उनके किसी प्रिय व्यक्ति को किडनैप किया हुआ है। इसके बाद वह विक्टिम को काफी डरा देते हैं।
अमाउंट ट्रांसफर के बाद कांटेक्ट ख़तम
विक्टिम के डर का फायदा उटाकर स्कैमर्स फिरौती की रकम की मांग करते हैं। रकम ना देने पर वह जान से मारने तक की धमकी देते हैं और यह रकम वह किसी नंबर या किसी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने को कहते हैं ,एक बार अमाउंट ट्रांसफर करने के बाद स्कैमर्स रफू-चक्कर हो जाते हैं और कॉन्टैक्ट बिलकुल ख़तम करदेते है।
खुद को सुरक्षित रखने की टिप्स
Virtual Kidnapping Scam से अगर खुद को सेफ रखना चाहते हैं, तो य सिंपल है इसके लिए कुछ टिप्स को फॉलो करना होगा।
- फेक किडनैपिंग में जिस व्यक्ति को किडनैप किया है, पहले उस व्यक्ति के नंबर पर कॉल करें, अगर वह कॉल उठा लेता है, तो सच का खुलासा वहीं हो जाएगा। हालांकि अगर उसका मोबाइल नंबर नहीं मिलता है तो जरूरी नहीं है कि वह किडनैप हुआ है,फोन कॉल ना लगने की दूसरी वजह भी हो सकती हैं हो सकता है वह नेटवर्क एरिया में ना हो, या फिर वह ड्राइविंग कर रहा हो।
- फेक कॉल्स का पता करने के लिए पहले उस नंबर को चेक करें और देखें कि वह किसी दूसरे देश के कोड के साथ तो नहीं आ रहा है. अगर किसी दूसरे देश का कोड उसमें इस्तेमाल किया है, तो वह एक फेक कॉल हो सकती है।
- इसके अलावा वह फिरौती की रकम ऑनलाइन ट्रांसफर करने को कहते हैं। जरुरी है खुद को सतर्क रखना , सबसे पहले शांति से और दिमाग से काम ले। जल्दबाजी न करे , अगर आपको ऐसी कोई कॉल आती है तो सबसे पहले पुलिस की मदद ले तब कोई भी कदम आगे बढ़ाएं।
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