बिजली संकट: जानें किस रूट की ट्रेनें हुई रद्द ?
रद्द की गई ट्रेनों में से 34 कोयला समृद्ध दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से हैं, जबकि 8 उत्तर रेलवे से हैं। भारत सरकार ने कोयले की आपूर्ति को पूरा करने के कई ट्रेनें हुई रद्द
बिजली संकट से बढ़ती दिक्कतों के बीच भारतीय रेलवे ने आज लगभग 42 यात्री ट्रेनें रद्द कर दीं। बिजली संकट की स्थिति से बचने के लिए ट्रेनों के रद्द होने से कोयला गाड़ियों की तेज आवाजाही के लिए इन ट्रेनों को रद्द किया गया हैं। यह छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश और झारखंड के कोयला उत्पादक क्षेत्रों में तेजी से वितरण सुनिश्चित करेगा।
600 से अधिक ट्रेनों को रद्द:
रद्द की गई ट्रेनों में से 34 कोयला समृद्ध दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) से हैं, जबकि 8 उत्तर रेलवे से हैं। 29 अप्रैल को, भारत सरकार ने कोयले की आपूर्ति को पूरा करने के लिए 600 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया। कुल 533 कोयला रेक ड्यूटी पर लगाए गए हैं। बिजली क्षेत्र के लिए 28 अप्रैल को 427 रेक लोड किए गए थे।
ये ट्रेनें हुई रद्द :
आधिकारिक सूचना के अनुसार, एसईसीआर के तहत आने वाली यात्री सेवा बिलासपुर-भोपाल ट्रेन को 28 मार्च को निलंबित कर दिया गया था। अब 03 मई तक ये तरीन निरस्त रहेगी। महाराष्ट्र के गोंदिया और ओडिशा के झारसुगुडा के बीच मेमू ट्रेन 24 अप्रैल से 23 मई तक रद्द कर दी गई है। इसी तरह छत्तीसगढ़ में डोंगरगढ़-रायपुर मेमू को 11 अप्रैल से 24 मई तक रद्द कर दिया गया है। दक्षिण मध्य रेलवे ने जहां 22 मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों और 12 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है, वहीं उत्तर रेलवे ने चार मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों और इतनी ही पैसेंजर सेवाओं को रद्द कर दिया है। आंकड़ों के मुताबिक इन रेलगाड़ियों के रद्द होने के बाद रेलवे ने कोयले की औसत दैनिक लदान 400 से अधिक कर दी है, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है।