क्या आप जानते है की कहा से आया है ये टेस्टी जायकेदार शब्द मोमो
जब भी कुछ तीखा और चटपटा खाने का मन होता है, हमेशा मोमोज का नाम ध्यान आता है। ये ऐसी डिश है जिसे हम अपने कम्फर्ट फूड के तौर पर देखने लगे हैं।
जब भी कुछ तीखा और चटपटा खाने का मन होता है, हमेशा मोमोज का नाम ध्यान आता है। ये ऐसी डिश है जिसे हम अपने कम्फर्ट फूड के तौर पर देखने लगे हैं। मतलब अगर कुछ भी समझ ना आ रहा हो कि क्या खाएं तो मोमोज खा लें, उससे काम बन जाएगा। मोमोज खाते समय आपने चटकारे लिए हैं तो हो सकता है कि आपको उससे जुड़ी कुछ बातें भी पता हों।
मोमोज भारत में तिब्बत से आए हैं और इसे लेकर हम बहुत खुश हैं, लेकिन क्या आपको ये पता है कि मोमोज शब्द कहां से आया?
मोमो के फुल फॉर्म (full form) के पीछे कई भाषाओं का मिश्रण है। दरअसल, ये चाइनीज शब्द है पर आया तिब्बत से है। मोमो को तिब्बतियन शब्द मॉग-मॉग (Mog-Mog) से बनाया गया है जिसका मतलब स्टफ्ड बन है। इसलिए मोमो असल में मॉग-मॉग का शॉर्ट फार्म है। इसे नेपाली शब्द Mome (मोम) से जोड़कर भी देखा जाता है जिसका अर्थ होता है भाप में पकाना।
वैसे, पहला फैक्ट जो हम बता रहे हैं वो कुछ लोगों को तो पसंद आएगा, लेकिन कुछ को निराश कर सकता है। एक मोमो में 35.2 कैलोरी होती है यानी आप बिना सोचे-समझे 7-8 मोमोज खा जाते हैं तो 250-300 कैलोरी तो आपके पेट में जाती ही है। ये स्टीम्ड मोमोज के लिए है और फ्राई मोमोज में ये आंकड़ा 500 कैलोरीज भी पार कर जाता है। जिस कारण से ये मोटापे को भी बढ़ाता है।
मोमो का टाइप-
स्टीम्ड और फ्राइड मोमोज के साथ-साथ एक टाइप है जिसे लोग अक्सर भूल जाते हैं। ये है पैन-फ्राइड मोमोज। हालांकि, अब अफगानिस्तान के तंदूरी मोमोज भी प्रचलित हो रहे हैं। कई जगह अब ओपन मोमोज भी बनाए जा रहे हैं जहां आपके सामने फिलिंग्स होती है और आप खुद अपना मोमो पाउच डिजाइन कर सकते हैं।