G – 7 देशों ने भारत सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर लगाई रोक की आलोचना की !
प्रमुख गेहूं निर्यातक यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर कीमत यूरोपीय बाजार के खुलने के साथ ही 435 यूरो प्रति टन हो
भारत सरकार द्वारा हाल ही में गेहूं ( WHEAT ) के निर्यात पर रोक लगायी है। इसका असर अब विश्व के बाजारो में दिखने लगा है।
यूरोपीय बाजार के खुलने के साथ
आज सोमवार को यूरोपीय बाजार में गेहूं की कीमतें अपने रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। प्रमुख गेहूं निर्यातक यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर कीमत (जो पहले से ही अधिक थी) यूरोपीय बाजार के खुलने के साथ ही 435 यूरो ($ 453) (35,282.73 भारतीय रूपये) प्रति टन हो गई।
इससे संकट और खराब हो जाएगा
आपको बता दें जी-7 देश भारत सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर लगाई रोक की आलोचना कर चुके हैं। सात औद्योगीकृत देशों के समूह के कृषि मंत्रियों ने बीते शनिवार को भारत के इस फैसले की निंदा की है। तो वहीं जर्मन कृषि मंत्री केम ओजडेमिर ने स्टटगार्ट में कहा, “अगर हर कोई निर्यात प्रतिबंध या बाजार बंद करना शुरू कर देगा, तो इससे संकट और खराब हो जाएगा।” उन्होंने आगे कहा, “हम भारत से G20 सदस्य के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभालने का आह्वान करते हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया
G7 औद्योगिक राष्ट्रों के मंत्रियों ने दुनिया भर के देशों से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई नहीं करने का आग्रह किया है। इसके कारण उपज बाजारों पर और दबाव बढ़ सकता है। कृषि मंत्री जून में जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में इस विषय को संबोधित करने की “सिफारिश” करेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। जी-सात में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका शामिल हैं।