# प्रतिबन्ध हटा : महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी के लिए भारत का रास्ता साफ !

फीफा ने कहा कि वह और एएफसी स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे और एफआईएफएफ को समय पर चुनाव कराने में मदद करेंगे

भारतीय खेलों के लिए शुक्रवार का दिन अच्छी खबर लेकर आया।खासकर भारतीय फुटबॉल के लिए क्योंकि फीफा ने शुक्रवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) से प्रतिबंध हटा लिया है।

मेजबानी का रास्ता पूरी तरह से साफ

सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रशासकों की समिति (सीओए) को भंग करने के बाद यह निर्णय लिया गया। फीफा के फैसले से भारत के लिए अक्टूबर में महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। एआईएफएफ को फीफा ने 15 अगस्त को “तीसरे पक्षों द्वारा अनुचित हस्तक्षेप” के लिए निलंबित कर दिया था।

फुटबॉल के लगभग हर पहलू पर असर पड़ता

एआईएफएफ को 85 साल के इतिहास में पहली बार फीफा द्वारा प्रतिबंधित किया गया था। फीफा ने एक बयान में कहा, “फीफा काउंसिल ब्यूरो ने तीसरे पक्ष के अनुचित हस्तक्षेप के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) पर लगाया गया निलंबन हटाने का फैसला किया है।” अगर निलंबन नहीं हटाया गया होता, तो इसका असर फुटबॉल के लगभग हर पहलू पर असर पड़ता।

अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से रोका जा सकता था

यहां तक ​​की सीनियर राष्ट्रीय टीम को भी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से रोका जा सकता था। अगले महीने सिंगापुर और वियतनाम के खिलाफ दो मैत्री मैच का भाग्य अनिश्चित होता। मुख्य कोच इगोर स्टिमैक ने इन मैचों को अगले साल के एशियाई कप के लिए टीम निर्माण शुरू करने के लिए निर्धारित किया था।

भुगतना पड़ता भारी खामियाजा

अगर टूर्नामेंट कहीं और होता तो टूर्नामेंट में भारत की भागीदारी पर भी संदेह होता। क्योंकि देश की अंडर-17 महिला फुटबॉल टीम योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि मेजबान होने के आधार पर इसका हिस्सा थी। फीफा ने कहा कि वह और एएफसी स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे और एफआईएफएफ को समय पर चुनाव कराने में मदद करेंगे।

 

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