मेरे देश का 75 साल का सफर लोकतंत्र की ताकत का सबूत “: सीजेआई एनवी रमना
CJI ने कहा मेरे देश की अब तक की 75 साल की लंबी यात्रा लोकतंत्र की शक्ति का प्रमाण है। यह आवश्यक है कि छात्र ,युवा लोकतंत्र के महत्व को समझें।
भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना (N.V Ramana) ने कोलंबिया विश्वविद्यालय में बोलते हुए टिप्पणी की, “मेरे देश की अब तक की 75 साल की लंबी यात्रा लोकतंत्र की शक्ति का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि लोगों, विशेषकर छात्रों और युवाओं के लिए लोकतंत्र के महत्व को समझना महत्वपूर्ण है। CJI की टिप्पणी तब आई जब वह न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय में बोल रहे थे। यह आवश्यक है कि लोग, विशेषकर छात्र और युवा, लोकतंत्र के महत्व को समझें।
मैं एक साधारण किसान का बेटा हूं।
सीजेआई एनवी रमना ने आगे कहा, “मैं एक साधारण किसान का बेटा हूं। मैं परिवार में विश्वविद्यालय की शिक्षा पाने वाला पहला व्यक्ति हूं। आज, मैं यहां भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में खड़ा हूं।”“भारत के सबसे प्रगतिशील और भविष्यवादी संविधान के कारण ऐसी संभावना पैदा हुई। जिसे बी आर अंबेडकर के नेतृत्व में तैयार किया गया था। मैं और मेरे जैसे लाखों लोग हमेशा दूरदर्शी का ऋणी रहेंगे।
अंबेडकर को भी श्रद्धांजलि अर्पित की
न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय का दौरा करते हुए, सीजेआई ने बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की जो विश्वविद्यालय के पुस्तकालय भवन में स्थित है।उन्होंने यह भी टिप्पणी की “बहुत साल पहले, बी आर अंबेडकर इस महान शिक्षा के गलियारों से गुजरते थे। आज मुझे उनके पदचिन्हों पर चलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह मेरे लिए भावनात्मक क्षण है।”उन्होंने ने कहा जब भारत के युवा गणराज्य की परिवर्तनकारी यात्रा को इतिहास की किताबों में दर्ज किया जाएगा, तो भारत के संविधान और उसमें लोगों के विश्वास को श्रेय दिया जाएगा।
आज यहां खड़ा होना मेरे लिए सम्मान की बात
CJI ने आगे कहा, “आज यहां खड़ा होना मेरे लिए सम्मान की बात है। इस संस्था में, जिसने अंबेडकर सहित कई विश्व नेताओं को जन्म दिया है। वह आधुनिक भारत के संस्थापकों में से एक थे।
आपकी भागीदारी से ही लोकतंत्र कायम
सीजेआई एनवी रमना ने कहा, “आपकी सक्रिय भागीदारी से ही लोकतंत्र कायम और मजबूत हो सकता है।”उन्होंने कहा, “केवल एक सही मायने में लोकतांत्रिक व्यवस्था ही दुनिया में स्थायी शांति की नींव हो सकती है।”