45 दिन का Covert operation, जाने न्यूज़क्लिक के ख़िलाफ़ जांच की जानकारी ?

न्यूज़क्लिक के संस्थापक और पत्रकार प्रबीर पुरकायस्थ को कल रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें आतंकवाद विरोधी कानून समेत कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।

न्यूज़क्लिक के संस्थापक और पत्रकार प्रबीर पुरकायस्थ को कल रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें आतंकवाद विरोधी कानून समेत कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। उनकी न्यूज वेबसाइट न्यूज़क्लिक पर आरोप है कि वह चीन के लिए प्रचार कर रही थी। इसके लिए उन्होंने चीन से पैसे भी लिये।

Delhi | न्यूज़क्लिक

200 पुलिसकर्मी एकजुट हुए और देर रात ऑपरेशन शुरू किया

न्यूज़क्लिक के संस्थापक प्रवीर पुरकायस्थ को कल दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने सारे सबूत इकट्ठा करने के बाद यह कदम उठाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस पिछले 45 दिनों से गुपचुप तरीके से न्यूज़क्लिक के साथ चीन के वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही है। ऐसे में 200 पुलिसकर्मी एकजुट हुए और देर रात ऑपरेशन शुरू किया। बाद में प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार कर लिया गया।

दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस मामले की जांच में 46 लोगों से पूछताछ की गई है और कई डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जांच के लिए जब्त किए गए हैं। इस ऑनलाइन पोर्टल से जुड़े 30 ठिकानों पर अब तक छापेमारी की जा चुकी है. संगठन से जुड़े पत्रकारों के घरों की भी तलाशी ली गई।

संस्थापक को नेर से पैसे लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया

इस मामले में प्रबीर पुरकायस्थ के अलावा अमित चक्रवर्ती नाम के एक और न्यूज़क्लिक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है. पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता, अनिंद चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा, उर्मिलेश से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इतिहासकार सोहेल हासमी और सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एंड डेवलपमेंट के डी रघुनंदन, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी के घरों पर भी छापेमारी की।

दो साल पहले 2021 में न्यूज़क्लिक वेबसाइट के दफ्तरों पर ईडी ने छापा मारा था। उस वक्त कांग्रेस ने केंद्र की आलोचना की थी। और अब उस न्यूज़क्लिक के संस्थापक को नेर से पैसे लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि न्यूज़क्लिक नेता नेविल रॉय सिंघम ने अपनी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से पैसे लिए थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस जांच अभियान चला रही है।

वहीं, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जांच एजेंसियां ​​कानून के मुताबिक स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं, अगर किसी ने कुछ गलत किया है तो जांचकर्ता उचित कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कहीं भी कोई नियम नहीं लिखा है कि पैसे का अवैध लेनदेन या कुछ आपत्तिजनक होने पर जांचकर्ता जांच नहीं कर सकते।

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