“म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के” , कहावत हुई सच

म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के? सरीखी यह कहानी राजस्थान के जयपुर जिले के कोटपूतली उपंखड के गांव शुक्लाबास की है। यहां के राधेश्याम यादव की बेटियों ने साबित कर दिखाया

एक छोटे से गांव के मामूली किसान राधे श्याम जिनकी बेटियों ने मनो कोई चमत्कार कर दिखाया हो इन बेटियों के लिए एक किसान बाप ने क्या नहीं किया अपनी पांच बेटियों को काबिल बनाने के लिए कभी ट्रक चलाया, कभी डीजल बेचने की दुकान शुरू की और खेतों में मजदूरी करने से भी नहीं चूके।

हमारे समाज में बेटियों का होना मनो जैसे कोई गुनाह हो गया हो हमारे समाज में बेटियों को वो तवज्जो नहीं दिया जाता जो बेटो को दिया जाता है लेकिन यह राधे श्याम की बेटियों ने इसे फगालत साबित कर दिखाया और पिता का सर गर्व से ऊँचा कर दिया ज्यादा बेटियां पैदा होने पर लोगों के ताने सुने सो अलग। आज ये गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि सारी बेटियों ने खूब तालीम हासिल कर कामयाबी की नई कहानी लिख दी। ताने मारने वाले भी अब इन बेटियों पर गर्व करते नजर आते हैं।

पिता गौरवान्वित होकर बोले। …….

म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के? सरीखी यह कहानी राजस्थान के जयपुर जिले के कोटपूतली उपंखड के गांव शुक्लाबास की है। यहां के राधेश्याम यादव की बेटियों ने साबित कर दिखाया कि पढ़ने-लिखने और आगे बढ़ने का अवसर मिले तो बेटियां भी कमाल करके दिखा सकती हैं बेटियां कुछ भी कर सकती है।

पांच बेटियों के माता-पिता का इंटरव्यू

वन इंडिया हिंदी से बातचीत में राधेश्याम यादव व कमला यादव ने बताया कि उनकी बेटियों की सफलता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि वे सॉफ्टवेयर इंजीनियर, आईएएस, सब इंस्पेक्टर, असिस्टेंट प्रोफेसर व सुपर मॉडल बनकर नाम रोशन कर रही हैं। दो दामाद भी आईएएस अधिकारी हैं।

राधेश्याम यादव की पांच बेटियां

1. संजू यादव, सॉफ्टवेयर इंजीनियर

राधेश्याम यादव की सबसे बड़ी बेटी संजू यादव सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जो NOIDA में कार्यरत हैं। इनकी शादी भी इंजीनियर से हुई है, जो सूरत में पदस्थ हैं। संजू ने अलवर से इंजीनियरिंग किया है।

2. अनिता यादव, IAS यूपी कैडर

राधेश्याम की दूसरी नंबर की बेटी अनिता यादव अपनी बड़ी बहन संजू से भी एक कदम आगे निकलीं और पहले आरएएस व फिर आईएएस बन गईं। यूपी कैडर की आईएएस अनिता यादव वर्तमान में अयोध्या में मुख्य विकास अधिकारी पद पर सेवाएं दे रही हैं। इनके पति धनश्याम मीणा भी आईएएस हैं, जो यूपी के अम्बेडकरनगर में तैनात हैं।

3. आंचल यादव, सब इंस्पेक्टर दिल्ली पुलिस

बड़ी बहनों के नक्शे-कदम पर चलकर राधेश्याम की तीसरे नंबर की बेटी आंचल यादव दिल्ली पुलिस ने सब इंस्पेक्टर बनीं। साल 2020 में आंचल ने जयपुर के पास चौमूं निवासी IAS प्रतीकराज यादव से शादी की। प्रतीक यादव अण्डमान और निकोबार में पोस्टेड हैं।

4. भावना यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रतापगढ़

बड़ी बहनों की तरह भावना यादव ने भी अपनी काबिलियत साबित कर दिखाई। जयपुर के महारानी कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वालीं भावना वर्तमान में प्रतापगढ़ जिले में सरकारी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में पढ़ा रही हैं।इन्होंने नेट व अर्थशास्त्र से पीएचडी भी कर रखी हैं।

5. निशा यादव, मॉडलिंग

चार बड़ी बहनों की तरह नौकरी करने की बजाय पांचवीं बेटी निशा यादव ने मॉडलिंग के क्षेत्र में पहचान बनाई है। कूकस स्थित आर्य इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वालीं निशा यादव ने एलएलबी भी कर रखी है। मॉडलिंग के साथ-साथ दिल्ली की 30 हजार कोर्ट से वकालत में भी हाथ आजमा रही हैं।

इंडियाज नेक्स टॉप मॉडल 2018 में फर्स्ट रनरअप

वन इंडिया हिंदी से बातचीत में मॉडल निशा यादव बताती हैं कि मॉडलिंग के क्षेत्र में जाने का उनका बचपन से ही ख्वाब था, जो अब पूरा हो गया। ये एमटीवी के शो ‘इंडियाज नेक्स टॉप मॉडल 2018’ की फर्स्ट रनरअप रह चुकी हैं। इसके अलावा फैशन वीक पुल की मॉडल के रूप में काम किया है।

बेटे-बेटियों में नहीं समझा फर्क

राधेश्याम यादव कहते हैं कि उनके पांच बेटियां व एक बेटा अर्नव है। पत्नी कमला यादव हाउस मेकर है। पति-पत्नी दोनों ने ही बेटा-बेटी में कभी फर्क नहीं समझा। हमेशा मैंने अपनी बेटियों और बेटे को एक समान ही रखा। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद बेटियों को खूब पढ़ाया-लिखाया और आगे बढ़ने के हर अवसर में उनका साथ दिया। अपनी इस्तिथि के अनुसार कभी कोई कमी नहीं रखी जो कि नतीजा आज हम सबके सामने है।

RAS के बाद बनीं IAS अधिकारी

बेटी अनिता यादव आरएएस बनने के बाद जयपुर के झालाना स्थित आयकर कार्यालय में पोस्टेड हुईं। यहीं पर बतौर आरएएस जयपुर के बस्सी निवासी अधिकारी घनश्याम मीणा भी कार्यरत रहे। दोनों ने साल 2015 में लव मैरिज की और पढ़ाई भी जारी रखी। फिर दोनों ने आईएएस बनने में सफलता हासिल की।

IAS अनिता यादव को यूपी कैडर मिला। उधर, पति धनश्याम मीणा पहले ही बिहार कैडर में आईएएस बन चुके थे। अनिता के भी आईएएस बनने के बाद मीणा कैडर बदलकर बिहार से यूपी आ गए। यह आईएएस जोड़ी जब पहली बार गांव शुक्लाबास पहुंची तो इनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछा दिए गए। घोड़ी पर बैठाकर जुलूस निकाला गया।

दूध-दही में भी करते थे भेदभाव

निशा कहती हैं कि बेटा-बेटी में फर्क को लेकर माता-पिता से कभी कोई शिकायत नहीं, मगर हमने संयुक्त परिवार में वो दिन भी देखे हैं जब हम बेटियों को दूध-दही तक से यह बोलकर वंचित रखा जाता था कि ‘इतनी सारी बेटियां कौनसी अफसर बन जाएंगी?’ इत्तेफाक देखिए कि वो ‘ताना’ सच साबित हो गया।

शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से

राधेश्याम यादव और कमला यादव ने पांच बेटियां होने के बावजूद स्कूल-कॉलेज की ओर बेटियों के बढ़ते कदम कभी नहीं रोके। पांचों बहनों ने दसवीं तक की पढ़ाई के सरकारी स्कूल से की। फिर जयपुर के महारानी कॉलेज, कानोड़िया कॉलेज, टोंक की वनस्थली विद्यापीठ जैसी प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों से स्नातक किया।

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