” फाजिलनगर से कहती हूँ इसबार स्वामी प्रसाद मौर्या का साथ ” : भाजपा सांसद संघमित्रा
आरोप लगाते हुए कहा की भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्ही की पार्टी के सांसद को घेरा, किसी तरह से खुद की जान बचाकर वहां से निकली
यूपी विधानसभा चुनाव के बचे हुए दो चरणों की कुल 111 सीटों में मतदान बचा है। लेकिन सियासी सरगर्मियां अपने उच्चतम स्टार पर पहुँच चुकी है। इसी बीच सबसे ज्यादा चर्चा योगी कैबिनेट में मंत्री रहे व सपा के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य ( swami prasad maurya ) की है। ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही हुए उनके काफिले पर हमले के बाद उनकी बेटी व भाजपा की सांसद संघमित्रा मौर्य का अपने पिता के साथ आना।
बेटी होने का धर्म निभा रही
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अपने पिता के चुनाव प्रचार में नहीं जाऊंगी। संघमित्रा ने कहा कि इस घटनाक्रम ( काफिले पर पथराव) के बाद मैं कहती हूं कि जनता उनके साथ है और मैं बेटी होने का धर्म निभा रही हूं। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर विधानसभा सीट से बतौर सपा उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
भाजपा की सांसद हूं और बनी रहूंगी
संघमित्रा ने आगे कहा, ‘मैं भाजपा की कार्यकर्ता हूं. मैं भाजपा की सांसद हूं और बनी रहूंगी। मुझे किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। बदायूं की जनता के वोट से चुनकर मैं संसद में गई। किसी की दयादृष्टि वाली सांसद नहीं हूं. न पार्टी से इस्तीफा दूंगी और न सांसदी से।.’
सांसद बेटी और बेटे के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज
समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर पथराव मामले में उनकी सांसद बेटी और बेटे के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। दुदही मंडल अध्यक्ष दीपराज खरवार की ओर से इस बाबत तहरीर देने के बाद किस दर्ज किया गया है। इन सभी पर मारपीट, नकदी व चेन छीनने तथा एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया है।