# यूपी चुनाव : मठ से ही क्यों मिलता पूर्वांचल जीत का आशीर्वाद ! जानिए इस खबर में
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अहम माना जा रहा ये छठा चरण तब और महत्वपूर्ण हो जाता है। जब बात बलिया, गोरखपुर, कुशीनगर, बस्ती व देवरिया जैसे नौ जिलों की 57 विधानसभा सीटों की हो। क्योंकि ऐसा माना जाता है की अगर उत्तर प्रदेश का रण जीतना हो तो पूर्वांचल की इन विधानसभा सीटों को फतह करना जरुरी हो जाता है। आखिर किन किन मायनों में ये सीटे महत्वपूर्ण है :
मठ से किसको मिलेगा सत्ता का आशीर्वाद : गोरखपुर
गोरखनाथ के नाम से अपनी देशभर में पहचान बनाने वाला गोरखपुर सीएम योगी का गढ़ माना जाता रहा है। कहा जाता है की जो भक्त गोरखनाथ चालीसा का 12 बार जप करता है, उसका जीवन धन्य हो जाता है। तो इस बार देखने वाली बात होगी की इस चुनाव ( election ) में लगातार गोरखपुर का नाम जपने वाली सपा इस बार अपना खाता खोल पाती भी है की नहीं ! तो दूसरी ओर सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए अपना पहला इस सीट से विधानसभा चुनाव कितना कारगर साबित होता है।
बुद्ध की स्थली से किसको मिलेगा सत्ता का सुख : कुशीनगर
कुल सात विधानसभाओं सीटों में फैला ये जिला अपने आप में काफी बड़ा राजनीतिक महत्त्व रखता है। बुद्धस्थली के रूप में विख्यात इस जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या खड़े है।
बागी बलिया से कौन जीतेगा जनता का दिल
बलिया की बांसडीह से सपा के राम गोविंद चौधरी लगातार दो बार से 2012 और 2017 से चुनाव जीतते आ रहे हैं। रामगोविंद की राह में रोड़ा अटकाने के लिए बीजेपी ने केतकी सिंह को उतार दिया है। जिन्होंने 2017 में बीजेपी से टिकट न मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चौधरी को ऐसी टक्कर दी थी।
शांत जनता का वोटर प्रभावी : देवरिया
तो वहीं देवरिया की पथरदेवा सीट से कृषि मंत्री और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही मैदान में है।