# सावन खास : दूसरे सोमवार को बन रहे हैं ये दो खास योग, जानिए इस खबर में !
बता दें कि प्रदोष व्रत का संयोग भी सावन के दूसरे सोमवार को ही पड़ रहा है साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि से धुव्र योग बन रहा है
सावन यानि श्रावण मास शुरू हो गया है। वैदिक कैलेंडर के अनुसार सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई को पड़ रहा है। इस दिन भक्त शिव मंदिर में भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
कार्यों का फल शीघ्र ही प्राप्त होता है
आपको बता दें कि प्रदोष व्रत का संयोग भी सावन के दूसरे सोमवार को ही पड़ रहा है। साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि से धुव्र योग बन रहा है। वैदिक ज्योतिष में सर्वार्थसिद्धि और अमृत सिद्धि योग को विशेष माना गया है। साथ ही इन योगों में किए गए कार्यों का फल शीघ्र ही प्राप्त होता है। इस योग में पूजा करने से भोलेनाथ और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है।
शुभ समय: दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 12:55 बजे तक
वैदिक कैलेंडर के अनुसार सावन के दूसरे सोमवार को ध्रुव योग सुबह से दोपहर 03:05 बजे तक है और इस दिन मृगशिरा नक्षत्र रात 01:07 बजे तक है. यह योग और नक्षत्र दोनों ही शुभ होते हैं। दिन का शुभ समय: दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 12:55 बजे तक। इस दौरान पूजा की जा सकती है।
प्रदोष व्रत: प्रदोष व्रत का संयोग सावन के दूसरे सोमवार को भी पड़ रहा है. प्रदोष व्रत भी भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए मनाया जाता है। इनमें भी कृष्ण पक्ष की प्रदोष का विशेष महत्व है।
सर्वार्थ सिद्धि योग : पंचांग के अनुसार सावन के दूसरे सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है, जो सूर्योदय से मध्यरात्रि तक चलेगा. यानी इस समयावधि में यदि आप कोई शुभ कार्य करते हैं तो उसका शुभ फल आपको मिलेगा। ज्योतिष में सर्वार्थ सिद्धि योग को विशेष माना गया है।