बच के रहे, कही अगला शिकार आप तो नहीं ! पार्ट टाइम जॉब के नाम पर सबसे ज्यादा ठगी
आज के समय में ऑनलाइन ठगी का मामला काफी देखने को मिलता है। जहां कई लोग फ्रोड का शिकार भी हो रहे है।
न्यूज़ डेस्क: आज के समय में ऑनलाइन ठगी का मामला काफी देखने को मिलता है। जहां कई लोग फ्रोड का शिकार भी हो रहे है। सबसे ज्यादा भारत में पार्ट टाइम जॉब के नाम पर ठगी होती है। इस चक्कर में लोग लाखों रूपये गवां देते है और बाद में उन्हें भारी नुकशान होता है।
साइबर ठगी की वारदात बढ़ रही तेजी से
देश में साइबर ठगी की वारदात तेजी से बढ़ती जा रही है। इस तरह की ठगी करने वाले क्रिमनल हर वक्त नए – नए तरीकों से ठगी करते हैं। जब लोग इनके तरीकों में फंसना बंद कर देते हैं तो ये लोग कोई न कोई नया तरीका अपना लेते हैं। हलाकि इसको लेकर पुलिस के तरफ से कई कदम भी उठाये गये है फिर भी साइबर अपराधी नए नए तरीके से लोगों को फसा कर ठगी करते है। हर दिन ऑनलाइन ठगी का एक न एक मामला जरुर सुनने को मिलता है ।
सरकार की बड़ी कार्रवाई
अब सरकार ने इस पर बड़ी कार्रवाई की है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के ऐसी 100 वेबसाइट को ब्लॉक किया है। जो पार्ट टाइम जॉब के नाम पर ठगी कर रही थीं। रिपोर्ट के मुताबिक इन साइट को विदेशी कंपनियों द्वारा ऑपरेट किया जाता था।
100 से अधिक वेबसाइटों पर प्रतिबंध
गृह मंत्रालय के I4C डिवीजन ने अपने वर्टिकल नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट (NCTAU) ने पिछले हफ्ते ही टास्क आधारित पार्ट टाइम जॉब और यूट्यूब वीडियो लाइक के नाम पर पार्ट टाइम जॉब ऑफ करने वाली 100 से अधिक वेबसाइटों की पहचान की थी और उन पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी।
पार्ट टाइम जॉब का देते हैं ऑफर
बता दें कि गूगल मैप्स पर रिव्यूज भी इसी का एक हिस्सा है। स्कैमर लोगों को व्हाट्सएप पर एक मैसेज भेजते हैं और पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देते हैं। वे किसी होटल या किसी जगह की लोकेशन भेजते हैं और 5 स्टार रेटिंग देने के लिए कहते हैं। लोगों को लगता है कि गूगल पर रेटिंग देने के बदले पैसे मिल रहे हैं तो क्या दिक्कत है, लेकिन यह एक अलग लेवल का स्कैम है।
रेटिंग देंगे से रिव्यु हो जाती पब्लिकिली
अब देखिये जैसे ही आप रेटिंग देंगे आपकी मेल आईडी पब्लिकिली हो जाती है, क्योंकि गूगल मैप्स पर आप जो भी रिव्यु देते है वो प्राइवेट नहीं होते हैं। उसके बाद आपसे लिंक और स्क्रीनशॉट मांगते हैं। जब पैसे देने की बात आती है तो ये एक टेलीग्राम नंबर देते हैं और कहते हैं कि आप वहां रिव्यू का स्क्रीनशॉट शेयर करें और एक कोड बताएं। इसके बाद वे लोगों से बैंक डीटेल और अन्य जानकारी लेते हैं और फिर ठगी का काम शुरू होता है।
Published By: Neha Rajput