# बयान : साइकिल से उतरकर क्या हाथी पर सवार होंगे ओपी राजभर ?
यशवंत सिन्हा के समर्थन में संवाददाता सम्मेलन में नहीं बुलाए जाने के सवाल पर राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ने शायद उनको बुलाना भुला दिया है
सुभाष चंद्र बोस प्रमुख ओमप्रकाश राजभर और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच तकरार बढ़ती ही जा रही है।
अखिलेश यादव से ‘तलाक’ लेने का इंतजार कर रहे
कल राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार, सुभाष चंद्र बोस प्रमुख ओम प्रकाश राजभर यशवंत सिन्हा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए। एक अन्य सपा सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत सिंह बैठक के दौरान उपस्थित थे। इस बीच ओपी राजभर ने सपा से झड़प की खबरों पर कहा कि वह अखिलेश यादव से ‘तलाक’ लेने का इंतजार कर रहे हैं।
अखिलेश यादव उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहते तो
मीडिया से बात करते हुए राजभर ने कहा कि वह अपने स्तर से सपा से गठबंधन तोड़ने की पहल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वह अखिलेश यादव से ‘तलाक’ मिलने का इंतजार कर रहे हैं। राजभर ने कहा कि वह अभी भी सपा में हैं लेकिन अगर अखिलेश यादव उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहते तो जबरदस्ती नहीं करेंगे।
राष्ट्रपति चुनाव में किसका समर्थन करेंगे
हाल ही मतभेदों के बाद ओपी राजभर ने 12 जुलाई को पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई है। ताकि यह तय किया जा सके कि वह राष्ट्रपति चुनाव में किसका समर्थन करेंगे। लेकिन अखिलेश यादव के प्रति नाराजगी की खबरों पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, बैठकें हो रही हैं। उधर यशवंत सिन्हा के समर्थन में संवाददाता सम्मेलन में नहीं बुलाए जाने के सवाल पर राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ने शायद उनको बुलाना भुला दिया है। इसलिए कल शायद उनको नहीं बुलाया गया।
सुभासपा के पास कुल 6 विधायक हैं
बता दें कि सुभासपा के पास कुल 6 विधायक हैं। जब उनसे पूछा गया कि ऐसा नहीं लगता कि वे भाजपा के साथ गठबंधन में ही ज्यादा आराम से थे, इस पर राजभर ने कहा कि बसपा क्या खराब है? सबसे बढ़िया तो बसपा ही है।