दफ्तर में बैठे- बैठे सरकारी बाबू ने किया 25 करोड़ का फर्जीवाड़ा, पुलिस ने बताई कई अहम बातें ……

मूल रूप से रायबरेली के रहने वाले पवन कुमार कई मुकदमों में फरार चल रहा था। पवन अपने परिचितों के माध्यम से ज़मीनों के खरीदार तलाश कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लेता था

राजधानी लखनऊ से सरकारी जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री कर करोड़ो हड़पने का मामला सामने आया हैं। ये फर्जीवाड़ा काफी दिनों से चल रहा था। आरोपी मकान खरीदारों को फर्जी दस्तावेज देकर उन्हें रजिस्ट्रार ऑफिस बुला लेता था उसके बात वह फर्जी दस्तावेज से रजिस्ट्री करा देता था। वही इस ऑफिस में आरोपी के पहुंच व साठगांठ की वजह से किसी प्रकार की समस्या नहीं होती थी जिसकी वजह से खरीदार उसकी जालसाजी को पकड़ नहीं पाते थे। यह पूरा मामला लखनऊ की वजीरगंज पुलिस ने एलडीए का हैं।

इस्पेक्टर ने बताया :
बता दें, इस पुरे मामले में एलडीए के कनिष्ठ लिपिक पवन कुमार गौतम का हाथ है। फ़िलहाल आरोपी के खिलाफ वजीरगंज कोतवाली में 10 और गोमतीनगर थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। वह इससे पहले भी ऐसे ही मामले में जेल जा चुका है। इस समय जमानत पर बाहर था। उसके साथ साठगांठ में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है। इस्पेक्टर वजीरगंज राज किशोर पांडे ने बताया की, आरोपित पवन कुमार को उसके सरोजनीनगर स्थित मानसरोवर योजना में बने घर से पकड़ा गया है।

मूल रूप से रायबरेली के रहने वाले पवन कुमार कई मुकदमों में फरार चल रहा था। पवन अपने परिचितों के माध्यम से ज़मीनों के खरीदार तलाश कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लेता था। फिर जमीन की रजिस्ट्री कर काफी रकम लेता था। कुछ समय पहले ही पवन के खिलाफ दर्ज मुकदमों में साजिश की धारा 120-बी भी बढ़ायी गई है। आपको बता दें कि, LDA के कर्मचारी ने भू माफिया से मिलकर 25 करोड़ के 13 भूखण्डों में फर्जीवाड़ा किया था। गोमतीनगर के 13 भूखण्डों की उसने फर्जीवाड़ा कर रजिस्ट्री कराई थी। इनमें से 12 भूखंडों पर एलडीए के पूर्व नजूल अधिकारी आनंद कुमार सिंह के हस्ताक्षर हैं।

 

 

 

 

 

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