एक कहानी ऐसी भी : कुरान से लेकर गीता को नमन करती ” गजाला की कहानी “
कहते है हिंदुस्तान की सरजमीं में हर धर्म के, हर जाति के फूल सदाबहार रहते है। यहाँ अगर हिन्दुओं के त्यौहार होली दिवाली मनाई जाति है तो मुसलमानो की ईद भी धूमधाम से मनाई जाती है। तो ईसाईयों गुड फ्राइडे तो वहीँ सिखों की लोहरी भी मनाई जाती है।
संस्कृत में पांच बार गोल्ड मैडल
यहां हर बोली को सामान भाव से देखा जाता है। हर जुबान को बोलने की व सीखने की पूरी तरह से स्वतंत्रता है। ऐसा ही एकता में अनेकता वाले भाव का एक उदाहरण उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देखने को मिला है। जहाँ एक मुस्लिम ( muslim ) धर्म की युवती गजाला ने हिन्दुवों की प्राचीन भाषा संस्कृत में पांच बार गोल्ड मैडल जीते है।
” हैशटैग भारत न्यूज़ ” से खास बातचीत
चार भाई बहनो में सबसे बड़ी जलाला की पढ़ाई में कोई बाधा न आये इसके लिए परिवार में सभी लोगो उसका हौसलाअफजाई के साथ अपनी खुशियों को भी कुर्बान कर दिया। इसके साथ ही वो इसी विषय से पीएचडी भी करने की तैयारी कर रही है । ” हैशटैग भारत न्यूज़ ” से खास बातचीत में उन्होंने अपनी इस पूरी यात्रा को बताया है। इस खास बातचीत को आप दिए हुए लिंक के माध्यम से देख सकते है :