New Delhi: चिदंबरम ने बोला सरकार पर हमला, लगाए कई गंभीर आरोप !
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि संसद निष्क्रिय हो गई है। चिदंबरम ने सरकार पर आरोप लगाया कि संस्थानों को नियंत्रित और कमजोर किया जा रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि संसद निष्क्रिय हो गई है। चिदंबरम ने सरकार पर आरोप लगाया कि संस्थानों को नियंत्रित और कमजोर किया जा रहा है। उन पर कब्जा कर लिया गया है और देश में लोकतंत्र ‘‘सांस लेने के लिए संघर्ष’’ कर रहा है।
अमित शाह की टिप्पणियों को किया खारिज !
पी चिदंबरम ने कहा कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू सत्र चालू रहने के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा तलब किए जाने से विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को बचाने में असफल रहे। चिदंबरम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उन टिप्पणियों को खारिज किया जिनमें उन्होंने बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन को राम मंदिर की नींव रखे जाने के दिन से जोड़ा था। उन्होंने कहा कि जब प्रदर्शन की तारीख तय की गई, उस समय शिलान्यास की वर्षगांठ की बात तो दिमाग में कहीं दूर-दूर तक नहीं थी। चिदंबरम ने आगे कहा कि यह तारीख इस बात को ध्यान में रखकर तय की गई थी कि शनिवार को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान होने के कारण दिल्ली में सभी सांसद मौजूद रहेंगे।
जम्मू-कश्मीर का भी मुद्दा उठाया !
पी चिदंबरम ने कहा कि तर्क को तोड़ने-मरोड़ने के लिए कोई भी व्यक्ति किसी पर भी दोषारोपण कर सकता है। इसके अलावा, पांच अगस्त, 2019 को ही जम्मू-कश्मीर को अवैध रूप से विभाजित किया गया था। उन्होंने कहा, अमित शाह ने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और वस्तु एवं सेवा कर (GST) में बढ़ोतरी के मुद्दों को लेकर कांग्रेस द्वारा काले कपड़े पहनकर किए गए प्रदर्शन को पार्टी की तुष्टीकरण की नीति बताया था।
कांग्रेस के विरोध में अमित शाह ने दिया था बयान !
आपको बता दें कि अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस ने मंदिर निर्माण पर अपना विरोध जताने के लिए यह प्रदर्शन किया था। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई और महंगाई का मुद्दा तो बस बहाना है। वहीं शाह के इस बयान पर कांग्रेस ने निशाना साधा था और कहा था कि गृह मंत्री ने उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने का प्रयास किया है। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि केवल बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी बयान दे सकते हैं।