Maharashtra Politics: शिवसेना ने ‘ऑपरेशन लोटस’ की तुलना ‘अलकायदा’ से की, लगाए ये गंभीर आरोप !
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के जरिए भाजपा की कड़ी निंदा की है। शिवसेना ने 'ऑपरेशन लोटस' की तुलना आतंकवादी संगठन अलकायदा से की है।
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए भाजपा की कड़ी निंदा की है। शिवसेना ने ‘ऑपरेशन लोटस’ की तुलना आतंकवादी संगठन ‘अलकायदा’ से की है। साथ ही भाजपा को आतंकवाद से जोड़ा है। शिवसेना ने अपने लेख में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस दावे का भी जिक्र किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने के लिए जो ऑपरेशन लोटस चलाया गया था, वह फेल हो गया है।
कमल को किया बदनाम !
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में लिखा है कि सरकारें चुन कर लाने की बजाय विरोधियों की सरकारों को गिराने और पार्टी तोड़ने की सियासी घटनाएं हो रही हैं। शिवसेना का कहना है कि इसी कारण से विष्णु भगवान का पसंदीदा फूल कमल बदनाम हो गया है। ऑपरेशन लोटस अलकायदा की तरह दहशतवादी शब्द बन गया है।
फेल हुआ ऑपरेशन लोटस !
शिवसेना का कहना है कि दिल्ली की सरकार को गिराने के लिए शुरू किया गया ‘ऑपरेशन लोटस’ फेल हो गया है। इससे भाजपा की पोल खुल गई है। मुखपत्र सामना में बिहार का भी जिक्र किया गया है, जहां हाल ही में महागठबंधन की सरकार बनी है। साथ ही यह भी कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी चंद्रशेखर राव (KCR) ने अमित शाह को खुली चुनौती दी कि ED, CBI आदि लगाकर मेरी सरकार गिराकर दिखाओ।
केजरीवाल सरकार गिराने की कोशिश !
सामना में लिखा गया है कि ED, CBI का इस्तेमाल करके केजरीवाल सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली सरकार की शराब नीति, उनकी आबकारी नीति, उनके द्वारा शराब विक्रेताओं को दिए गए ठेके, यह भाजपा की नजर से आलोचना का विषय होगा, लेकिन यह निर्णय व्यक्तिगत नहीं था, कैबिनेट के निर्णय का ठीकरा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर फोड़कर उनके खिलाफ CBI ने छापेमारी की। उन्हें इस प्रकरण में आरोपी बनाया और यह प्रकरण अब ED के पास मतलब भाजपा की विशेष शाखा के सुपुर्द कर दिया गया है।
सिसोदिया ने भाजपा की ‘वॉशिंग मशीन’ पर गिराया बम !
शिवसेना ने लिखा कि मनीष सिसोदिया पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। सिसोदिया भागनेवाले नहीं हैं। लेकिन किसी अपराधी की तरह उनके खिलाफ ‘लुकआउट नोटिस’ जारी करके जनता द्वारा चुनी गई सरकार की तौहीन की गई है। इसलिए ही देश की स्थिति संभ्रम (Confusion) वाली है। यह सब केजरीवाल की सरकार को गिराने के लिए किया जा रहा है। अब मनीष सिसोदिया ने भाजपा की ‘वॉशिंग मशीन’ पर बम गिराया है।
बिहार का भी किया जिक्र !
शिवसेना ने लिखा, बिहार में सत्ता परिवर्तन होते ही राष्ट्रीय जनता दल पर CBI, ED के छापे पड़ना, यह महज संयोग कैसे हो सकता है? परंतु तेजस्वी यादव ने सीधे कहा है कि ‘महाराष्ट्र में जो हुआ वह बिहार में नहीं होगा, बिहार डरेगा नहीं। जो डरपोक हैं उन्हें ED और CBI का डर दिखाओ।’
2024 को लेकर डरी है केंद्र !
सामना में यह भी लिखा गया है कि केंद्र सरकार और उनके प्रमुखों को 2024 को लेकर डर लग रहा है। यह डर केजरीवाल, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, नीतीश कुमार और शरद पवार का है। इन प्रमुखों को अपने साये से भी डर लगता है। इसलिए शयद यह नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान के भी पीछे पड़ गए हैं। इतना बड़ा बहुमत होने के बावजूद इन लोगों को डर क्यों लगता है? इसका एक ही उत्तर है उनकी बहुमत पवित्र नहीं है।
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