जाने आदित्य एल1 को मंजिल तक पहुंचने में कितना लगेगा समय !

दुनिया के प्रलोभनों पर काबू पाने के बाद आखिरकार आदित्य एल1 अपनी इच्छित मंजिल के लिए रवाना हो गया। बीती रात पांचवीं बार कक्षा

दुनिया के प्रलोभनों पर काबू पाने के बाद आखिरकार आदित्य एल1 अपनी इच्छित मंजिल के लिए रवाना हो गया। बीती रात पांचवीं बार कक्षा बदलकर आदित्य दुनिया के ‘प्रभाव क्षेत्र’ से चले गए। यह इसरो के सौर मिशन के सबसे कठिन परीक्षणों में से एक था। और आदित्य ने वह परीक्षा सफलता के साथ पास कर ली।

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सबसे कठिन परीक्षा आसानी से कर ली पार

इसरो का सौर अंतरिक्ष यान आदित्य एल1 कल देर रात एक बार फिर बड़े परीक्षण पर उतरा। इससे पहले आदित्य ने 4 बार परीक्षा पास की थी. उस निरंतरता को ध्यान में रखते हुए इसरो के सौर यान ने अब तक की सबसे कठिन परीक्षा आसानी से पार कर ली। बीती रात पांचवीं बार रास्ता बदलकर आदित्य अपनी मंजिल की ओर दौड़ने लगा।

आदित्य एल1 इससे पहले लॉन्च के बाद चार बार सफलतापूर्वक पुनः कक्ष में चक्कर लगा चुका है। इससे पहले 15 सितंबर की सुबह आदित्य चौथी बार परीक्षा में बैठे थे। गुरुवार सुबह करीब 2 बजे (अंग्रेजी के अनुसार 15वीं सुबह) आदित्य ने सफलतापूर्वक कक्ष बदल ली।

 रात 2:15 मिनट पर चौथी बार बदली कक्षा

इससे पहले 5 सितंबर को इसरो के अंतरिक्ष यान आदित्य ने दूसरी बार कक्षा बदली थी. इससे पहले, आदित्य एल1 ने पहली बार 3 सितंबर, रविवार को सुबह 11:30 बजे अपनी कक्षा बदली थी। आदित्य एल1 ने 9 सितंबर को तड़के करीब 2.30 बजे तीसरी बार अपनी कक्षा बदली। फिर पिछले गुरुवार देर रात 2:15 मिनट पर उसने चौथी बार कक्षा बदली। इसके बाद इसने कल रात पांचवीं बार कक्षा बदली और सूर्य-पृथ्वी प्रणाली की प्रभामंडल कक्षा में लैग्रेंज प्वाइंट 1 की ओर बढ़ गया।

 

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