आरोपी के अपहरण की फर्जी सूचना देकर पुलिस को किया भ्रमित
गोमतीनगर पुलिस के उस वक्त हाथ-पांव फूल गए, जब एक युवक के अपहरण की सूचना 112 पर पुलिस को मिली
लखनऊ। शनिवार शाम गोमतीनगर पुलिस (police) के उस वक्त हाथ-पांव फूल गए । जब एक युवक के अपहरण की सूचना 112 पर पुलिस को मिली।
फर्जी कॉल सेंटर चलाने की सूचना
आनन-फानन में पुलिस ने कई टीमो को लगा दिया। काफी देर तक भी युवक का कुछ पता नही चला। कमिश्नर डीके ठाकुर ने सहायक पुलिस आयुक्त व अपर पुलिस उपायुक्त को भी निर्देश दे दिए। हालांकि रात करीब आठ बजते बजते युवक का पता चल गया और अपहरण की सूचना फर्जी निकली। पता चला कि फर्जी कॉल सेंटर चलाने की सूचना मिलने पर युवक को गाजीपुर पुलिस व हजरतगंज सर्विलांस की टीम ले गई है।
फर्जी कॉल सेंटर चलाने की सूचना
कमिश्नर डीके ठाकुर के निर्देश पर गठित टीमें काफी देर तक मशक्कत करती रही | लेकिन मेहताब कोई पता नही चल रहा था। गहराई से मामले की पड़ताल में लगी पुलिस ने थोड़ी देर बाद रात आठ बजे सफलता पाई । अपहरण की सूचना फर्जी निकली। बकौल इंस्पेक्टर गोमतीनगर केशव कुमार तिवारी ने बताया गाजीपुर को सूचना मिली थी । मेहताब दोस्तों संग मिलकर फर्जी कॉल सेंटर चलाता है।
पूछताछ के लिए गाजीपुर थाने लिए ले गई
इसी सूचना पर गाजीपुर पुलिस मेहताब को पूछताछ के लिए गाजीपुर थाने लिए ले गई है। इसी बीच किसी ने पुलिस को अपहरण की सूचना दे दी। आखिरकार जब मेहताब का पता लग गया तब पुलिस व परिजनों ने राहत की सांस ली। खबर लिखे जाने तक गाजीपुर पुलिस मेहताब से पूछताछ करने में लगी हुई थी।
ऑनलाइन फ्रॉड का आरोपी है मेहताब
पुलिस ने बताया कि मेहताब दोस्तो संग मिलकर मुंशी पुलिया के सुख कॉम्प्लेक्स के चौथे फ्लोर के कमरा नंबर 401 में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर ऑनलाइन फ्रॉड का आरोपी है। सर्विलांस की टीम द्वारा मेट्रो हॉस्पिटल के सामने से उठाया गया आरोपी सायबर क्राइम में एक्सपर्ट था।
आरोपियों को छुड़ाने कुछ अधिवक्ता पहुँचे
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके पास से कई दस्तावेज बरामद किए हैं। इसी बीच साइबर क्राइम के आरोपियों को छुड़ाने कुछ अधिवक्ता पहुंच गए और उनकी सर्विलांस व स्थानीय पुलिस से नोंकझोंक भी हो गई। सर्विलांस की टीम ने कड़ी मशक्कत कर स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपियों को गाजीपुर थाने ले जा पाई। इसके बाद अब पुलिस साइबर फ्रॉड के आरोपियों से पूछताछ में लग गई है।