PLFI के नाम पर मांगी गई दस लाख की रंगदारी, जांच में जुटी पुलिस
रांची जिले के लापुंग इलाके में काम करने वाली एक कंपनी से उग्रवादी संगठन के नाम पर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है।
रांची: रांची जिले के लापुंग इलाके में काम करने वाली एक कंपनी से उग्रवादी संगठन के नाम पर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है। रंगदारी पीएलएफआई उग्रवादी अमृत होरो के द्वारा मांगी गई है। बताया जाता है कि लापुंग में जल योजना पर काम कर रही। एसएनजी बिल्ड टेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से पीएलएफआई उग्रवादियों ने दस लाख रुपए की रंगदारी मांगी है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
रंगदारी की राशि नहीं देने पर फौजी कार्रवाई की धमकी दी गई है।कंपनी के साइट मैनेजर अक्षय कुमार ने इस संबंध में लापुंग थाने में पीएलएफआई के एरिया कमांडर अमृत होरो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
दस लाख की रंगदारी
कम्पनी के साइट मैनेजर के द्वारा थाने में दिए गए आवेदन में बताया गया है कि उनकी कंपनी की ओर से लापुंग प्रखंड में ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत जलमीनार निर्माण का कार्य चल रहा है।इसी महीने कंपनी के कर्मी कृष्णा नाग के मोबाइल नंबर पर एक व्यक्ति ने फोन किया। फोन करने वाले ने खुद को पीएलएफआई का एरिया कमांडर अमृत होरा बताया कि एरिया कमांडर ने कहा कि काम करने के लिए दस लाख की रंगदारी देनी होगी। संदेश ठेकेदार तक पहुंचा देना। यह राशि चार दिन के भीतर संगठन तक पहुंच जाना चाहिए। अन्यथा संगठन द्वारा फौजी कार्रवाई की जाएगी।
लगातार दी जा रही थी धमकी
16 नवंबर को कृष्णा नाग के मोबाइल पर फिर से एरिया कमांडर ने फोन किया और कहा कि अब तक राशि नहीं दी गई है। ठेकेदार को इसकी जानकारी दी है या फिर नहीं। इस पर कृष्णा नाग ने एरिया कमांडर से कहा कि उसने ठेकेदार को रकम की जानकारी दे दी है। तब एरिया कमांडर ने उससे कहा कि अगर रंगदारी की रकम नहीं मिलती है, तो फिर अंजाम भुगतने को तैयार रहे। लगातार धमकी मिलने के बाद 21 नवंबर को साइट मैनेजर सीधे थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया।
कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस
पीएलएफआई के नाम पर रंगदारी की मांग की जाने के मामले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है। साइट मैनेजर की ओर से उपलब्ध कराए गए। फोन नंबर का कॉल डिटेल पुलिस निकाल रही है।पुलिस यह भी पता कर रही है कि पीएलएफआई संगठन द्वारा रंगदारी मांगी जा रही है या फिर किसी अन्य के द्वारा।