बढ़ोतरी : देश की बैंको ने ब्याज दरें बढ़ाना किया शुरू !
एचडीएफसी बैंक और केनरा बैंक ने उधार की सीमांत लागत (एमसीएलआर) में क्रमशः 0.35 प्रतिशत और 0.05 प्रतिशत की वृद्धि की
ब्याज दरों की समीक्षा के लिए आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक खत्म होने से पहले ही बैंकों ( Banks ) ने ब्याज दरें बढ़ाना शुरू कर दिया है।
0.35 प्रतिशत और 0.05 प्रतिशत की वृद्धि
देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक के साथ केनरा बैंक और करूर वैश्य बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। एचडीएफसी बैंक और केनरा बैंक ने उधार की सीमांत लागत (एमसीएलआर) में क्रमशः 0.35 प्रतिशत और 0.05 प्रतिशत की वृद्धि की है। वहीं, करूर वैश्य बैंक ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
एमसीएलआर और बीपीआरएल क्या है?
एमसीएलआर को उधार लेने की सीमांत लागत कहा जाता है। यह बैंकों के लिए एक बेंचमार्क के रूप में कार्य करता है या इसे सीधे शब्दों में कहें तो कोई भी उनके द्वारा निर्धारित एमसीएलआर दर से कम दर पर उधार नहीं दे सकता है। MCLR का सीधा संबंध लोन से होता है, जब इसे कोई बैंक बढ़ा देता है तो EMI बढ़ जाती है जबकि कम होने पर यह उल्टा हो जाता है।
लगभग MCLR के समान ही होता
BPLR को बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट कहा जाता है, यह लगभग MCLR के समान ही होता है। बीपीएलआर उन लोगों पर लागू होता है जिन्हें आधार दर लागू होने से पहले भुगतान किया गया था। आपको बता दें कि 1 जुलाई 2010 से बीपीएलआर सिस्टम की जगह बेस रेट सिस्टम लागू किया गया था।