बदलाव : एनसीईआरटी सिलेबस से मुस्लिम शासकों से संबंधित पाठ्यक्रम में कई बड़े फेरबदल !

सातवीं कक्षा की इतिहास की पाठ्यपुस्तक 'सदा अतित-2' से दिल्ली सल्तनत से जुड़े कई पन्ने हटा दिए गए हैं, जबकि अन्य को छोटा कर दिया

भारत सरकार द्वारा एनसीईआरटी ( NCERT ) के सिलेबस में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। सत्तारूढ़ दल भाजपा लंबे समय से कह रही है कि यह पूरे इतिहास में आक्रमणकारियों और मुगलों का गौरव रहा है। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) द्वारा पाठ्यक्रम में बदलाव कर इस्लामी शासकों के कई अध्याय हटा दिए हैं। जबकि अन्य को छोटा कर दिया है।

‘सदा अतित-2’ से दिल्ली सल्तनत से जुड़े कई पन्ने हटा दिए गए

इंडियन एक्सप्रेस ने कक्षा 6 से 12 के लिए 9 वर्तमान इतिहास की पाठ्यपुस्तकों की खोज की। जिसमे उनकी तुलना एनसीईआरटी में प्रस्तावित पाठ्यक्रम परिवर्तनों से की। जांच में पाया गया कि मुस्लिम शासकों से संबंधित पाठ्यक्रम में कई बड़े बदलाव किए गए थे। सातवीं कक्षा की इतिहास की पाठ्यपुस्तक ‘सदा अतित-2’ से दिल्ली सल्तनत से जुड़े कई पन्ने हटा दिए गए हैं। इसमें मामलुक, तुगलक, खिलजी, लोदी और मुगल शासकों पर अध्याय हैं।

उद्देश्य बच्चों पर शैक्षिक बोझ को कम करना

इन बदलावों को लेकर एनसीईआरटी का तर्क है कि सिलेबस और टेक्स्टबुक में बदलाव सरकारी एजेंसियों द्वारा ही तय किया जाता है। वर्तमान में, पाठ्यक्रम में संशोधन का उद्देश्य बच्चों पर शैक्षिक बोझ को कम करना, कोरोना के नुकसान की भरपाई है।

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