Dollar vs Rupees: करीब एक साल बाद रुपए में उछाल, Nifty और Sensex भी चमके !

व्यापार में कुछ दिनों से काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहें हैं ऐसे में व्यापारियों का कहना है कि अमेरिकी मुद्रा में कमजोर होने से भी रुपये में काफी बल मिला है।

व्यापार में कुछ दिनों से काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहें हैं। ऐसे में व्यापारियों का कहना है कि अमेरिकी मुद्रा में कमजोर होने से भी रुपये में काफी बल मिला है। बता दें कि रुपये में 50 पैसे का उछाल आया है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में 50 पैसे की मजबूती देखने को मिली है। इसका स्तर 79.25 पर बंद हुआ है। पिछले एक साल का आंकड़ा देखा जाये तो रुपये में सबसे बड़ा उछाल देखने को मिला है।

इस सिलसिले में भारतीय शेयर बाजार पर काफी तेजी देखने को मिली है। बात करें आज कई साल से व्यापार में उतार चढ़ाव के बीच निफ़्टी तीन महीने के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ था। इन तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में 2302 अंकों का भारी उछाल दर्ज किया गया है। बता दें कि इन तीन दिनों में शेयर बाजार के निवेशकों की सम्पत्ति में 9 लाख करोड़ रुपए का उछाल देखनें को मिला है।

भारत में दो बड़े शेयर बाजार BSE and NSE

भारत में दो बड़े शेयर बाजार हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई। बता दें कि दोनों में सबसे बड़ा अंतर शेयर की कीमत का होता है, लेकिन ये इतना मामूली होता है कि उससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

जैसे रिलायंस का शेयर बीएसई पर 2000 रुपये का है, तो सकता है कि एनएसई पर इसकी कीमत 2001 रुपये हो। वहीं स्टॉक ब्रोकर एंजेल ब्रोकिंग के अनुसार एनएसई और बीएसई पर टैक्स लगाने का तरीका अलग-अलग होता है, लेकिन इसमें भी कोई बड़ा अंतर नहीं होता है। बता दें कि बीएसई (BSE) एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है। इसकी स्थापना 1895 में की गई थी। एनएसई (NSE) भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार है।

सेंसेक्स और निफ्टी Sensex and Nifty

सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Sensex Bombay Stock Exchange) यानी बीएसई (BSE) का संवेदी सूचकांक है। सेंसेक्स में बीएसई की टॉप 30 कंपनियां शामिल की जाती हैं, इसलिए इसे बीएसई 30 (BSE 30) भी कहते हैं। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियां बदलती रहती हैं।निफ्टी नैशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का संवेदी सूचकांक है। निफ्टी दो शब्दों को मिला कर बना है NATIONAL और FIFTY। इससे साफ पता चलता है कि निफ्टी एनएसई की टॉप 50 कंपिनयां शामिल होती हैं।

शेयर बाजार में ट्रेडिंग यानी शेयरों की खरीद-बिक्री के लिए बैंक, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट (Demat and trading account) की जरूरत होती है और शेयर डीमैट अकाउंट (demat account) में जमा होते हैं और ट्रेडिंग अकाउंट (trading account) के जरिये शेयरों की खरीद-बिक्री की जाती है।

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