” ADANI GROUP VS NDTV ” रहस्य से उठा पर्दा !
अडानी ग्रुप की चार कंपनियों में कुल 98 % का है। यानि इनडायरेक्टली रूप से अडानी का NDTV में हिस्सेदारी होना बताता है
दुनिया के चौथे व एशिया के सबसे आमिर शख्स गौतम अडानी व देश के बड़े मिडिया संस्थानों में शुमार NDTV का विवाद इस समय सबसे लिए रहस्य बना हुआ है।
पूरा मामला आपको समझ में आ जाएगा
हर मीडिया चैनल अपनी अलग अलग राय दे रहे है। लेकिन खुलकर अभी तक कुछ भी सामने नहीं आ रहा है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे सबूतों के जरिए सच्चाई से रूबरू करवाएंगे जिससे पूरा मामला आपको समझ में आ जाएगा।
अडानी का NDTV में हिस्सेदारी होना बताता है
दरअसल इस पूरे मामले को आप दो तरह से समझे। पहला ये की NDTV की कुल हिस्सेदारी में दूसरे बड़े हिस्सेदार के रूप में शुमार LTS इन्वेस्टमेंट फण्ड के पास 9 फीसदी की हिस्सेदारी है। जिसका निवेश अडानी ग्रुप की चार कंपनियों में कुल 98 % का है। यानि इनडायरेक्टली रूप से अडानी का NDTV में हिस्सेदारी होना बताता है।
अडानी ग्रुप मेजोरिटी शेयर होल्डर बन जाएगा
तो वही दूसरा सबसे बड़ा कारण NDTV के फाउंडर प्रणय रॉय और राधिका रॉय का 2007 में 400 करोड़ रूपए का लोन लेना। इनकी NDTV में सबसे ज्यादा कुल 32 फीसदी की हिस्सेदारी है। ऐसे में अगर LTS इन्वेस्टमेंट फंड NDTV की अपनी हिस्सेदारी को ओपन ऑफर में टेंडर कर देता है तो अडाणी ग्रुप के पास NDTV की 38.93% हिस्सेदारी आ जाएगी । जिससे अडानी ग्रुप मेजोरिटी शेयर होल्डर बन जाएगा।
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