अमेठी- जिले के 4 लाख 19 हज़ार घरों तिरंगा फहराने की तैयारी
आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में इस बार पूरे देश में लगातार अमृतसर महोत्सव मनाया गया
आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में इस बार पूरे देश में लगातार अमृतसर महोत्सव मनाया गया। इसी के क्रम में आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 11 अगस्त से लेकर 17 अगस्त तक चलेगा जिसमें जिले के सभी घरों पर राष्ट्रध्वज फहराया जाएगा। ऐसे में राष्ट्रध्वज की एकाएक मांग बहुत बढ़ गई है ।
जिसको लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर जगह-जगह है स्वयं सहायता समूह के माध्यम से झंडे बनाए जा रहे हैं इससे स्वयं स्वयं सहायता समूह को कार्य भी मिल गया है और वह अपना अपने देश का राष्ट्र ध्वज बनाकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि कहीं ना कहीं उनको लग रहा है कि उनके द्वारा किया गया यह कार्य राष्ट्र को समर्पित हो रहा है।
नोडल ऑफिसर श्रीकांत यादव ने क्या कहा-
वहीं जब जिले में इस कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर श्रीकांत यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अमृत महोत्सव के अंतर्गत इस बार हम लोग आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। उसमें 11 अगस्त से लेकर 17 अगस्त तक आजादी का सप्ताह मनाया जा रहा है जिसमें सभी घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने का निर्देश शासन द्वारा प्राप्त हुआ है।
जिले में 4 लाख से अधिक घर है जिसमें सभी घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की तैयारी कर रहे हैं। जिले में इसकी तैयारी स्वयं सहायता समूह, नेहरू युवा केंद्र, व्यापार मंडल और जो औद्योगिक संस्थान हैं उसके माध्यम से झंडे की व्यवस्था कराई जा रही है। इसके लिए कोई अलग से बजट नहीं है इसलिए ग्राम पंचायतों को यह आदेश दिया गया है कि ग्राम निधि के द्वारा वह तैयार कराएं।
70 समूह कर रहे है निर्माण-
झंडे तैयार होने के बाद आम जनमानस को बिक्री कर उस पैसे को ग्राम निधि में जमा करा दिया जाएगा। एक झंडे की कीमत ₹25 रखी गई है। जिले में लगभग 70 समूह ऐसे हैं जो राष्ट्रध्वज का निर्माण कर रहे हैं । ऐसे में एक लाख झंडों का निर्माण स्वयं सहायता समूह को दिया गया है इस टारगेट के सापेक्ष 45000 झंडे तैयार हो चुके हैं । इसी प्रकार 7500 झंडे व्यापार मंडल अमेठी के द्वारा जनपद को दिया जा रहा है। नेहरू युवा केंद्र के वालंटियर और आईटीआई के अंतर्गत कौशल विकास के सेंटरों से लगभग 10,000 झंडे तैयार कराए जा रहे हैं।
शेष झंडों के लिए जिला उद्योग केंद्र के प्रतिष्ठानों से अन्य झंडों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। इस प्रकार जिले को 419000 झंडे की आवश्यकता है जो बनाए जा रहे हैं। 31 जुलाई तक झंडों की उपलब्धता जिले में पूरी हो जाएगी इसी के साथ राज्य स्तर से भी लगभग डेढ़ लाख झंडे मिलने की संभावना है।