IND vs SA:  टीम इंडिया पर मंडराया सीरीज गंवाने का खतरा, जानिए अब तक की हार की कौन हैं 5 बड़ी वजहें

सीरीज में अपने शुरुआती दो मैच गवां चुकी है टीम इंडिया, अब शेष 3 मैचों को ही जीत कर सीरीज पर काबिज हो सकती है टीम

भारत बनाम साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के 5 टी 20 मैचों की सीरीज में भारतीय टीम अपने शुरुआती 2 मैच गवां चुकी है। अब सीरीज को जीतने के लिए भारत को अपने शेष 3 मैच जीतने होंगे। वैसे भी यह सीरीज नंवबर में होने वाले टी20 विश्‍वकप के दृष्टि से काफी अहम है लेकिन भारत के लचर प्रदर्शन को देखते हुए फैंस निराश हैं। आज हम आपको इस लेख में बताएंगे कि आखिर कौन से वो 5 वजहें हैं, जिसके चलते टीम इंडिया को अपने शुरुआती दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। अगर टीम इंडिया इन को ठीक कर लेती है तो आगामी मैचों में सीरीज को जीतने में सक्षम हो सकती है। यह है वजहें……

1- खराब गेंदबाजी

भारत बनाम साउथ अफ्रीका (IND vs SA) मैच में  मिली दोनों हार की मुख्‍य वजह खराब गेंदबाजी है। भारतीय टीम के पेसर गेंदबाज अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर रहे हैं। टीम में भुनेश्‍वर कुमार के साथ दूसरे छोर से अच्‍छी गेंदबाजी नहीं हो पा रही है।अब तक के दोनों मैचों में भुनेश्‍वर कुमार के साथ आवेश खान को लगाया जा रहा है लेकिन यह बल्‍लेबाजों पर असर डालने में नाकाम दिख रहे है। टीम को जसप्रीत बुमराह की कमी खल रही है। अगर मैच में जसप्रीत बुमराह और भुनेश्‍वर कुमार दो अलग-अलग छोरों से एक साथ लगाया जाता तो मैच का परिणाम कुछ अलग होता। इसके अलावा आईपीएल में पर्पल कैप  विजेता युजवेंद्र चहल भी अपनी फिरकी का कमाल नहीं दिखा पा रहे हैं। यह भी टीम इंडिया की हार का बड़ा कारण है। अब के दो मैचों में युजवेंद्र चहल सबसे महगें गेंदबाज सा‍बति हुए हैं।

2- ऋषभ पंत का दो तेज गेंदबाजों का बेंच पर बैठाए रखना

इसमें कोई शक नहीं है क‍ि IND vs SA सीरीज के शुरुआती दों मैचों में भारतीय तेज गेंदबाजों ने अच्‍छी गेंदबाजी नहीं की है। टीम के पास तेज गेंदबाजों के दो विकल्‍प मौजूद हैं। टीम अब तक सिर्फ दायें हाथ के गेंदबाजों के भरोसे है जबक‍ि टीम के पास बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह मौजूद हैं। अगर टीम भुनेश्‍वर कुमार के साथ दायें और बायें हाथ के क्रम को बनाती तो यह साउथ अफ्रीका टीम के खिलाफ काफी असरकारी होता। इसके साथ टीम के पास स्‍पीड स्‍टार उमरान मलिक हैं लेकिन कप्‍तान ऋषभ पंत ने अभी तक इनका भी प्रयोग नहीं किया है। इनको आवेश खान की जगह प्रयोग किया जा सकता था।

3- पिछले दो महीने से साउथ अफ्रीका प्‍लेयर्स का भारत में होना

आईपीएल का 15 वां सीजन अभी हाल में ही खत्‍म हुआ है। इस बार साउथ अफ्रीका के 8 प्रमुख खिलाड़ी आईपीएल का हिस्‍सा रहे थे। पिछले दो माह से लगातार भारत में क्रिकेट खेलने के कारण यहां क‍ि पिच, मौसम और प्रत्‍येेक प्‍लेयर्स की क्षमता सभी साउथ अफ्रीका खिलाडियों को पता है। इसका फायदा साउथ अफ्रीका टीम को मिल रहा है। अब क्विंटन डी कॉक, डेविड मिलर, वान डेर डूसेन, कगिसो रबाडा व एनरिच नोटर्जे मैच को जिताने में सक्षम साबति हो रहे हैं। भारतीय टीम इसके लिए कोई अलग से रणनीत‍ि तैयार नहीं कर रही है। अगर टीम को जीतना है तो इन प्‍लेयर्स के लिए अलग से रणनीत‍ि तैयार करनी होगी। इसमें पिच व प्‍लेयर्स की नई भूमिका तैयार करनी होगी।

4- सीनियर प्‍लेयर्स की गैर मौजूदगी

IND vs SA सीरीज में टीम इंडिया के अधिकांश खिलाड़ी युवा हैं। कप्‍तान ऋषभ पंत को भी अंतरराष्‍ट्रीय मैचों में कप्‍तानी का कोई विशेष अनुभव नहीं है। इतना जरूर है क‍ि आईपीएल के पिछले दो सीजन से वो  दिल्‍ली कैपिटल्‍स के कप्‍तान रहे है ले‍किन वो अपनी कप्‍तानी में दिल्‍ली कैपिटल्‍स के लिए कुछ विशेष नहीं कर पाए हैं। इस सीजन में उनकी टीम प्‍ले ऑफ तक भी नहीं पहुंच पाई थी। अब भारतीय टीम की जिम्‍मेदारी उनके कंधों पर है। अर्शदीप सिंह का प्‍लेईंग इलेवन में न होना, दीपक हुड्डा को बाहर होना दर्शाता है क‍ि टीम को किसी वरिष्‍ठ खिलाड़ी की जरूरत है,जो कप्‍तान का सहयोग कर सके।

5- प्‍लेयर्स व‍िशेष क्रिकेट खेला जाना

भारत बनाम साउथ अफ्रीका IND vs SA सीरीज मेें अब टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।बल्‍लेबाजों के अलावा गेंदबाज भी खुद का बचाव करते दिख रहे है। हर खिलाड़ी अपनी जगह को पक्‍का करने की चाह में लगा है। टीम को जीत की भावना से कम अपने खुद के प्रदर्शन पर प्‍लेयर्स का फोकस ज्‍यादा है। इसका परिणाम यह हो रहा है क‍ि टीम 5 मैचों की सीरीज का 2 मैच गवां चुकी है।अब टीम पर सीरीज हारने का खतरा मंडरा रहा है। इसमें सुधार कर टीम अपनी जीत को सुनश्चित कर सकती है।

 

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