‘Lucknow’: फ्लिपकार्ट से मोबाइल हड़पने वाले Delivery Boy समेत 6 गिरफ्तार !
'यूपी' (UP) की राजधानी लखनऊ में फ्लिपकार्ट से आर्डर करने पर सामान की जगह पुट्टीयां मिलती थीं।
‘यूपी’ (UP) की राजधानी लखनऊ में फ्लिपकार्ट से आर्डर (Order From Flipkart) करने पर सामान की जगह पुट्टीयां मिलती थीं। इस मामले की जांच पड़ताल के बाद मडिय़ांव पुलिस ने फ्लिपकार्ट का सामान पहुंचाने वाले डिलीवरी ब्वाय समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि जिस कम्पनी से मोबाइल और टैबलेट बुक कराने के बाद उन्हें डिब्बों से निकाल कर उसमें पुट्टी भर देते थे। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार 43 मोबाइल और सात टैबलेट बरामद किए हैं।
‘आर्डर’ करने पर सामान की जगह मिली पुट्टीयां
डीसीपी उत्तरी सै. कासिम आब्दी (DCP North Sr. Qasim Abdi) के मुताबिक सीतापुर रोड चन्द्रा हॉस्पिटल ढाल के पास से रविवार को 6 लोगों को पकड़ा गया है। जिनमें अयोध्या निवास सचिन तिवारी, अम्बेडकरनगर निवासी अभिषेक दुबे, बीकेटी लालपुर निवासी शुभम यादव, विकास यादव, इटौंजा सिरसा निवासी धर्मवीर यादव और रवींद्र कुमार शामिल हैं। डीसीपी ने बताया कि रवींद्र, शुभम और धर्मवीर फ्लिपकार्ट का सामान सप्लाई करने वाली इंस्टाकार्ट सर्विसेज में डिलेवरी ब्वाय हैं।
मडिय़ांव कोतवाली में मुकदमा हुआ दर्ज
आपको बता दें कि 23 सितंबर से 29 सितंबर के बीच आईआईएम रोड स्थित एक पते पर कई बुकिंग की गई। मोबाइल, टैबलेट और स्मार्टवॉच के आर्डर की डिलीवरी करने के लिए आरोपी डिलीवरी ब्वाय जाते थे। कम्पनी के अधिकारी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने पुलिस को बताया था कि शुभम, रवींद्र और धर्मवीर ने इस बीच कई पार्सल पता नहीं मिलने के कारण वापस किए हैं। जिन्हें कम्पनी में वापस भेजा गया था। हेड ऑफिस से पता चला कि डिब्बों से मोबाइल गायब हैं। इसके बाद धीरेंद्र ने मडिय़ांव कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोपियों ने पार्सल में रखी पुट्टियाँ
- सचिन ने पुलिस को बताया कि वह लोग मोबाइल और टैबलेट निकालने के बाद डिब्बों में भीगी हुई पुट्टी भर देते थे।
- आरोपियों ने फ्लिपकार्ट कम्पनी के नाम से छपे टेप की व्यवस्था भी कर रखी थी।
- पार्सल को खोलने के बाद उसे दोबारा से पैक कर टेप लगा दिया जाता था।
- जिससे किसी को शक न हो।
मुख्य सूचना
- डिलीवरी ब्वाय पर धीरेंद्र ने शक जताया था।
- इस पर आरोपी से पुलिस ने पूछताछ की थी।
- यह लोग पता नहीं मिलने की बात कहते रहे।
- उनके बयानों में विरोधाभास था।
- ऐसे में आरोपियों की कॉल डिटेल खंगालने पर संदिग्ध नम्बर मिले।
- जिन पर लगातार कॉल होती थी।
- एडीसीपी उत्तरी ने बताया कि लोकेशन ट्रैक की जा रही थी।
- रविवार को डिलीवरी ब्वाय के साथ संदिग्ध नम्बर के एक्टिव होने का पता चला।
- जिसके आधार पर सभी को पकड़ा गया।
- उन्होंने बताया कि गिरोह का सरगना सचिन तिवारी है।
- जो हड़पे गए मोबाइल और टैबलेट को आधे दाम में बेचने का काम करता था।
- कई मोबाइल आरोपियों ने अपने इस्तेमाल के लिए भी रख लिए थे।
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