यूपी के आजमगढ़ में मिले 132 में से 40 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त !

सरकार की प्राथमिकता में रहे फर्जी मदरसों के मामले में सिर्फ आजमगढ़ में ऐसे मदरसे संज्ञान में आए थे जो सिर्फ कागजों पर और फर्जी तरीके से संचालित किए जा रहे थे।

आजमगढ़ प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में रहे फर्जी मदरसों के मामले में सिर्फ आजमगढ़ में ऐसे मदरसे संज्ञान में आए थे जो सिर्फ कागजों पर और फर्जी तरीके से संचालित किए जा रहे थे। इस पूरे प्रकरण पर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए गए मुहिम के तहत साल
2017 और 18 में जबसे मदरसा पोर्टल लागू किया गया उसमें जनपद स्तर से जांच में मदरसों को लॉक या अनलॉक करना था जिसमें 300 से ज्यादा मदरसे मानक विहीन चिन्हित किए गए थे। और जिलाधिकारी के माध्यम से एक जांच रिपोर्ट शासन को गई थी इस संदर्भ में पूरे प्रकरण को शासन ने एसआईटी को जांच सौंप दी थी।

गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे

जिसमें एसआईटी ने 2022 में जांच रिपोर्ट सबमिट कर शासन को भेजी थी उसी के क्रम में कुल 7 लोगों पर कार्यवाही का आदेश जारी हुआ है, जिसमें अधिकारी व कर्मचारी सम्मिलित है और इसकी संभवत प्राथमिकी लखनऊ में भी दर्ज कराई गई है।
अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड की अधिकारी वर्षा अग्रवाल ने बताया कि शासन का निर्देश प्राप्त हुआ था कि आजमगढ़ जनपद या पूरे उत्तर प्रदेश गैर मान्यता प्राप्त मदरसों है,उनका सर्वे करा लिया जाए तो शासन के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से एक टीम गठित की गई थी, टीमें हमारे साथ जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और समस्त तहसीलों के उप जिलाधिकारी कमिटी में थे।

मदरसे की छोटी से छोटी चीज का किया जाएगा सर्वे

हर तहसील में सर्वे किया है और जो सर्वे रिपोर्ट आई है टोटल आजमगढ़ में कुल 132 मदरसे हैं जो गैर मान्यता प्राप्त हैं गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में सबसे ज्यादा गैर मान्यता प्राप्त मिले हैं। वह सदर तहसील में और वह 46 मदरसे हैं जो सदर तहसील में मिले हैं जो इस तरह का सर्वे था वह उसमें यह था कि मदरसे का भवन कैसा है, किराए पर है कि उनका अपना निजी है, छात्र-छात्राओं की संख्या क्या है उनको क्या पढ़ाया जा रहा है। वहां कुछ बेसिक नीड्स जो हैं जैसे शौचालय, पेजल, विद्युत की समस्या यह सभी चीजों का सर्वे होना था फंडिंग कहां से हो रही है और वहां किस तरह का पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है यह सारी चीजें जो है हम लोगों ने टेबल बनाकर के पूरी शासन में भेज दी है।

 

हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button