‘ एक समय था जब मेरे पास रहने के लिए घर नहीं था, मैं पार्क में सोती थी ‘ : उर्फी जावेद
बिंदास व बेदाग छवि वाली उर्फी खुद को टूटने नहीं देती वह एक मजबूत दिमाग वाली लड़की है और अपनी शर्तों पर जीना जानती है।
इंटरनेट सेंसेशन उर्फी जावेद आज अपने दम पर मनोरंजन जगत में एक बड़ा नाम बन गया है। उर्फी उन स्टार्स में से हैं जिन्हें आए दिन लोगों की ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है। बिंदास और बेदाग उर्फी खुद को टूटने नहीं देती। वह एक मजबूत दिमाग वाली लड़की है और अपनी शर्तों पर जीना जानती है।
अपने दम पर सब कुछ हासिल कर लिया
जिंदगी के काले दौर से जुड़े कई राज खोले
उर्फी जावेद ने अब अपने नए इंटरव्यू में कुछ ऐसे चौंकाने वाले खुलासे किए हैं जिन्हें जानकर आप दंग रह जाएंगे। उर्फी ने एक नए इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के काले दौर से जुड़े कई राज खोले। स्पॉटबॉय से बातचीत में एक्ट्रेस ने उस वक्त के बारे में बताया जब उन्होंने जिंदगी से हार मान ली थी। उर्फी ने बताया कि एक समय था जब उनके पास रहने के लिए घर तक नहीं था और उन्हें पार्क में सोना पड़ता था। लेकिन आज उन्होंने अपने दम पर सब कुछ हासिल कर लिया है।
मैं अतीत को देखती हूँ, तो भाग्यशाली महसूस करती हूं
उर्फी जावेद ने कहा- एक समय था जब मेरे पास रहने के लिए घर नहीं था। मैं पार्क में रहती थी। एक समय तो मैं भी पार्क में सोती थी। कुछ दिन दोस्तों के घर रही। सर्दियों में मैं बिना रजाई और बिना बिस्तर के फर्श पर सो चुकी हूँ। उर्फी ने आगे कहा- लेकिन आज मेरे पास सब कुछ है। जब मैं अतीत को देखती हूँ, तो मैं भाग्यशाली, धन्य और आभारी महसूस करती हूं। मुझे खुद पर गर्व है कि मैंने हार नहीं मानी।
मैंने उस मुश्किल समय में हार नहीं मानी
उर्फी ने कहा- मुझे याद है कि एक वक्त ऐसा भी आया है जब मैं गिवअप करना चाहती थी। मैं खुद को मारना चाहती थी। लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने उस मुश्किल समय में हार नहीं मानी।