कांग्रेस के शिविर में ‘साफ्ट हिंदुत्व’ प्रस्ताव के जानिए संभावित मायने !
सूत्रों के मुताबिक पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने इससे पलट सुझाव दिया कि कांग्रेस नेताओं को हिन्दुओं के कार्यक्रमों में शामिल होना चाहिए
राजस्थान के उदयपुर में चल रहे कांग्रेस ( congress ) के नव संकल्प शिविर में जहां एक ओर प्रस्ताव रखा गया कि चुनावों के दौरान पार्टी नेतृत्व मंदिर, मस्जिद, चर्च या गिरिजाघर जैसे किसी धार्मिक स्थल के दौरे ना किया करें। वहीं सूत्रों के मुताबिक पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने इससे पलट सुझाव दिया कि कांग्रेस नेताओं को हिन्दुओं के कार्यक्रमों में शामिल होना चाहिए।
दरअसल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह सलाह दी है। उनका कहना था कि पार्टी के नेताओं को हिंदुओं के कार्यक्रमों में शामिल होना चाहिए। इससे सॉफ्ट हिन्दुत्व में फायदा मिलेगा।
गौरतलब है कि 5 राज्यों में चुनावी हार के बाद कांग्रेस पार्टी राजस्थान के उदयपुर में एक चिंतन शिविर का आयोजन करके पार्टी से जुड़े हुए देश भर के बड़े नेताओं से कांग्रेस को मजबूत करने पर चर्चा की जा रही है ।
वर्तमान परिस्थितियों को देखें तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार में हिंदुत्व का पूरा माहौल तैयार किया गया है। छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं ऐसे में भूपेश बघेल की छवि छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों की अपेक्षा कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों से ठीक-ठाक बताई जा रही है। भूपेश बघेल भी चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ की सरकार बनी रहे।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी 2014 के बाद से पूरे देश में विभिन्न हिस्सों में केंद्र और राज्य के चुनाव में बड़ी सफलता प्राप्त कर चुकी है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को कमजोर करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि उन्हें भी भारतीय जनता पार्टी के ही पैटर्न पर चलना होगा। कांग्रेस के शिविर में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है। लेकिन पार्टी के दो नेताओं का हिंदुत्व के मुद्दे पर सुझाव देना चर्चा का विषय बना हुआ है।