“दक्षिण भारत का अधिकार …”, कमल हसन ने हिंदी भाषा को लेकर कही ये बात !

कमल हसन मनोरंजन उद्योग के प्रसिद्ध अभिनेताओं में से एक हैं। अभिनेता एक सक्रिय राजनीतिज्ञ भी हैं। उन्होंने हाल ही में राज्यसभा में...

कमल हसन मनोरंजन उद्योग के प्रसिद्ध अभिनेताओं में से एक हैं। अभिनेता एक सक्रिय राजनीतिज्ञ भी हैं। उन्होंने हाल ही में राज्यसभा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (सीपीएम) के सदस्य जॉन ब्रिट्स द्वारा केंद्र द्वारा हिंदी थोपने के खिलाफ दिए गए एक बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अभिनेता ने अपनी राय व्यक्त की।

कमल हसन ने इसे “आधे भारत” की स्थिति के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा, “केरल भी उसी को दर्शा रहा है, और यह आधे भारत के लिए बोल रहा है। चेतावनी: पोंगल (तमिल नव वर्ष) आ रहा है। ओह! क्षमा करें, आपकी समझ के लिए ‘जागते रहो’, “अभिनेता तमिल और तेलुगु में पोस्ट किए गए ब्रिट्स के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें हिंदी को लागू करने का विरोध करते हुए उच्च सदन में सांसद के हालिया बयान का उल्लेख किया गया था।

उन्होंने कहा, “हिंदी थोपने की आपकी नापाक मंशा इस देश को बर्बाद कर देगी। अगर सुंदर पिचाई को आईआईटी की परीक्षा हिंदी में देनी होती तो क्या वह गूगल के शीर्ष पर होते?”

कमल हसन ने कहा, “मातृभाषा हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। अन्य भाषाओं को सीखना और उनका उपयोग करना व्यक्तिगत पसंद पर आधारित है। इस पर 75 साल से दक्षिण भारत का अधिकार है। पूर्वोत्तर भी उसी को प्रतिबिंबित करेगा। हिंदी को दूसरों पर थोपकर उसका विकास करना अज्ञानता पर आधारित है। जो थोपा गया है उसका विरोध किया जाएगा।

भारत राष्ट्र समिति के वाई. सतीश रेड्डी ने भी ट्वीट किया, “कल्पना कीजिए कि अगर #मोदी सरकार द्वारा अनुशंसित आईआईटी खड़गपुर में #हिंदी माध्यम होता तो क्या हमारे पास @सुंदरपिचाई होते?”

इससे पहले माकपा सदस्य ने कहा, “शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा के माध्यम पर विचार-विमर्श करना अधिनियम के दायरे से बाहर है और वास्तव में राजभाषा समिति अपने दायरे से परे चली गई है। इस प्रकार सिफारिश की जाती है कि उच्च शिक्षा संस्थानों को भाषा के माध्यम के रूप में हिंदी को अपनाना होगा।

 

 

 

हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button