आज की तारीख इतिहास के सुनहरे पन्नों में हुई दर्ज, जानिये दूरदर्शन का कितना सफर हुआ पूरा !

'दूरदर्शन' एक ऐसा नाम है जिससे भारत में टेलीविजन के इतिहास (History of Television) की कहानी शुरू हुई थी।

‘दूरदर्शन’ एक ऐसा नाम है जिससे भारत में टेलीविजन के इतिहास (History of Television) की कहानी शुरू हुई थी। इस दौरान दूरदर्शन की शुरुआत में हफ्ते के केवल 3 दिन ही टेलीविजन पर कार्यक्रम ब्रॉडकास्ट किये जाते थे। बता दें कि वह सिर्फ 30 मिनट के लिए टेलीविजन पर आते थे। बता दें कि भारत में दूरदर्शन की शुरुआत एक्सपेरिमेंट के तौर पर की गई थी। खास बात यह है कि, इसे ‘टेलीविजन इंडिया’ (Television India) का नाम दिया गया था।

दूरदर्शन का आखिर कितना है महत्व

आपको बता दें कि आज से 63 साल पहले की बात है। ऐसे में जब पहली बार दूरदर्शन के रूप में इंसान को वह मिला है, जो किसी सपने के जैसा था। इस सिलसिले में आज की पीढ़ी को शायद इस बात का अहसास न हो, जो आपकी पुरानी पीढ़ी के लिए दूरदर्शन को आखिर कितना महत्व माना जाता था। बता दें कि 15 सितंबर, 1959 के दिन सरकारी प्रसारक के तौर पर दूरदर्शन की स्थापना हुई थी।

दिग्गज स्टार्टस ने दूरदर्शन की थी शुरूआत

जानकारी के अनुसार इस वर्ष इसका हिंदी नामकरण ‘दूरदर्शन’ से किया गया है। ऐसे में यही नहीं कई बड़े फिल्म स्टारों ने भी अपनी यात्रा दूरदर्शन से ही शुरू की थी। बता दें कि शाहरुख खान, इरफान खान, पंकज कपूर, विद्या बालन,और मुकेश खन्ना आदि ऐसे कलाकार रह चुके हैं, जिन्होंने टेलीविजन की दुनिया से निकलकर बॉलीवुड के दिग्गज स्टार बन चुके हैं।

इतिहास के सुनहरे पन्नों में की दर्ज

आज की तारीख इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज की जा चुकि है। इस सिलसिले में 63 साल पहले 15 सितंबर 1959 को ‘दूरदर्शन’ ने देश में पहली बार राजधानी दिल्ली से प्रसारण शुरू किया था। बताया गया है कि, रेडियो के साथ देशवासियों ने दूरदर्शन पर चलचित्र देखना शुरू कर दिया था।

 

 

 

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