# रमजान : अपने परम्परागत अंदाज में निकला कंबल वाला ताबूत !
भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच हज़रत अली की याद में निकला 19वीं रमज़ान का जुलूस, सैकड़ों की तादाद में शिया समुदाय के लोग शामिल हुए
लखनऊ : हज़रत अली की याद में 19 रमज़ान को कंबल वाला जुलूस ( procession ) गुरुवार तड़के सुबह अपने परम्परागत अंदाज में निकाला गया। पुराने लखनऊ के कजमैन से शुरू हुए जुलूस में सैकड़ों की तादाद में शिया समुदाय के लोग शामिल हुए। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विक्टोरिया स्ट्रीट पर जाकर यह जुलूस संपन्न हुआ।
सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से नज़र रखी गई
कोरोना माहामारी के चलते दो वर्ष के बाद गुरुवार को शिया समुदाय ने हज़रत अली की याद में जुलूस निकाला है। जुलूस अपने रिवायती अंदाज में पुराने लखनऊ की काजमैन इलाके से निकलकर मंसूरनगर, नक्खास होता हुआ विक्टोरिया स्ट्रीट पर सम्पन्न हुआ है।
माहौल की संवेदनशीलता को देखते हुए जुलूस के रास्तों पर भारी पुलिस बंदोबस्त रहा है। घरों की छतों पर भी पुलिस के जवानों का पहरा रहा है। संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से नज़र रखी गई। इस दौरान पुलिस और ज़िला प्रशासन के आलाधिकारी भी खुद मौजूद रहते हुए जुलूस पर निगरानी रखे रहे।
जुलूस को शिया समुदाय निकालता है
बताते चलें कि, 19 रमज़ान को फज्र की नमाज़ बाद कंबल वाले जुलूस में शामिल होने दूर दराज इलाको से लोग कजमैन पहुंचे और हज़रत अली को याद किया। मान्यता के अनुसार 19वीं रमज़ान को हज़रत अली को नमाज़ की हालत में एक शख्स ने तलवार मारकर घायल कर दिया था। इसी मंजर को बयान करने और हज़रत अली को याद करते हुए इस जुलूस को शिया समुदाय निकालता है।