परोल पर परोल… गुरमीत राम रहीम पर जमकर बरस रही ‘कृपा’,राजस्थान के चुनाव का असर !
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर से जेल से बाहर आएगा। रोहतक जेल में सजा काट रहे राम रहीम की 21 दिन की फरलो मंजूर हो गई है। गुरमीत राम रहीम सिंह रोहतक की सुनारिया जेल में हत्याओं और साध्वियों से रेप के मामले में 20 साल की सजा काट रहे है। वो अगले हफ्ते तक एक बार फिर जेल से बाहर आ सकता है।

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर से जेल से बाहर आएगा। रोहतक जेल में सजा काट रहे राम रहीम की 21 दिन की फरलो मंजूर हो गई है। गुरमीत राम रहीम सिंह रोहतक की सुनारिया जेल में हत्याओं और साध्वियों से रेप के मामले में 20 साल की सजा काट रहे है। वो अगले हफ्ते तक एक बार फिर जेल से बाहर आ सकता है। डेरा सच्चा प्रमुख की यह 21 महीने में ये 8ठी छुट्टी है। इससे पहले राम रहीम को दो बार पैरोल मिल चुकी है। पैरोल खत्म होने के बाद राम रहीम ने दोबारा छुट्टी की अर्जी लगाई थी। इस फैसले के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। 2023 में राम रहीम तीसरी बार जेल से बाहर आ रहे है। इस बार भी वह उत्तर प्रदेश के बरनावा आश्रम में रहेंगे ,रोहतक प्रशासन ने बरनावा आश्रम में ही बिताए गए परोल और फरलो के दौरान राम रहीम के आचरण को ध्यान में रखकर फिर एक बार फरलो देने का फैसला किया। इस साल की शुरुआत ही में राम रहीम को एक लंबी परोल दी गई थी। 22 जनवरी, 2023 को 40 दिन के परोल की हरियाणा सरकार ने मंजूरी दी इसके बाद फिर 19 जुलाई को 30 दिन की परोल और राम रहीम को मिल गई।
तीन दफा जेल से बाहर वक्त बिताने की मिली अनुमति
21 दिन के फरलो के बाद इस साल 91 दिन राम रहीम को जेल से बाहर रहने की इजाजत दे दी गई। हालांकि, कोई और परोल या फरलो अगर इस साल नहीं दी गई तो नया साल राम रहीम का सलाखों के ही पीछे कटेगा। 2023 के परोल और फरलो से अगर एक तुलना करें तो 2022 में राम रहीम की रिहाई एकदम उल्टी दिशा से शुरू हुई थी, पहले 21 दिन, फिर 30 दिन और आखिर में 40 दिन कर के तीन दफा राम रहीम को जेल से बाहर वक्त बिताने की अनुमति मिली। 7 फरवरी, 2022 को पहले 21 दिन का फरलो दिया गया, उसके बाद 17 जून को 30 दिन और 14 अक्टूबर को 40 दिन की परोल हरियाणा सरकार ने दी थी।
2020 और 2021 में केवल 2 दिन की परोल
2022 और 2023 में लगभग तीन-तीन महीने जेल से बाहर रहने वाला राम रहीम 2020 और 2021 में केवल 2 दिन का परोल ही हासिल कर पाए थे ,तब बीमार मां से मिलने के लिए हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने गुरमीत को एक-एक दिन का परोल दिया था |
रेप और हत्या के मामलों में काट रहा सजा
2017 के अगस्त महीने में खुद को ईश्वर का अवतार बताने वाले राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई गई थी। दो शिष्याओं के साथ बलात्कार मामले में गुरमीत को ये सजा सुनाई गई थी साथ ही अपने डेरे के एक कर्मचारी की हत्या मामले में दोषी पाए जाने पर राम रहीम को अक्टूबर 2021 में उम्र कैद की सजा अदालत ने सुनाई थी।
राजस्थान चुनाव से राम रहीम का कनेक्शन?
56 वर्षीय राम रहीम की रिहाई को राजस्थान विधानसभा चुनाव से जोड़ कर भी देखा जा रहा है राजस्थान में 25 नवंबर, शनिवार को वोटिंग होनी है और हरियाणा बॉर्डर से सटे श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और दूसरे कई जिलों में गुरमीत का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट कर एक पोस्ट शेयर की जिसमे लिखा ” बलात्कारी बाबा राम रहीम 2 साल में 5वि बार पैरोल पर जेल से बाहर, राजस्थान का चुनाव है ना, राजस्थान के 5-6 जिलों में बलात्कारी बाबा का प्रभाव है। ”
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