वैलेंटाइन डे पर मामी की मोहब्बत में भांजे ने मामा को उतारा मौत के घाट !
वैलेंटाइन डे के दिन पत्नी ने अपने ही पति की बेरहमी से हत्या करवा दी। वह भी अपने से 13 साल छोटे भांजे के इश्क में। ये प्यार एक तरफ नहीं था |
मोहोब्बत के इज़हार और प्यार की बरसात का दिन होता है वैलेंटाइन डे, तमाम प्रेमी जोड़े एक दूसरे को मोहोब्बत का इज़हार करते है वही इंदौर से हैरान करदेने वाला एक मामला सामने आया है जहा नाजायज रिश्तों के अवैध संबंध के खेल में अपनों ने ही अपनों की हत्या कर दी। मौत की एक ऐसी दास्तान जिसे सुनकर आप भी दांतो तले उँगलियाँ दबा लेंगे ,वैलेंटाइन डे के दिन ही पत्नी ने अपने ही पति की बेरहमी से हत्या करवा दी। वह भी अपने से 13 साल छोटे भांजे के इश्क में। ये प्यार एक तरफ नहीं था, जितना ही प्यार शुभम अपनी मामी पूजा से करता था उतना ही प्यार पूजा भी अपने भांजे शुभम से भी करती थी।
अकेले रहेंगे पर तेरे ही होकर रहेंग
मेरा इश्क औरों जैसा नहीं है। अकेले रहेंगे पर तेरे ही रहेंगे।’ यह वह लाइनें है जो मामा की हत्या करने वाले भानजे ने मामी के लिए लिखी थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर ढूंढी है।आरोपित रिमांड पर है। पूछताछ जारी है। खून से सने कपड़े, पत्थर और जिससे गला घोंटा वो गमछा जब्त कर लिया गया है। विदुर नगर निवासी रजाई-गद्दा व्यवसायी रुपसिंह राठौर की उसके भानजे शुभम पंवार ने हत्या करवाई है। शुभम को रुपसिंह की पत्नी यानी मामी पूजा से इश्क हो गया था। दोनों एक-दूसरे को बेपनाह चाहने लगे थे। रुपसिंह भी शराब पीकर पूजा के साथ मारपीट करता था। प्रताड़ना से तंग आकर पूजा ने शुभम को शरीर के घाव बताए और तय किया कि रुपसिंह को रास्ते से हटाना है।
भांजे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर रची साजिश
मामा की पहले शुभम के चार नाबालिग दोस्तों ने उसके ही घर में घुसकर बेरहमी से हत्या कर डाली और उसके बाद मृतक की एक्टिवा में उसे बीच में बैठकर सुनसान इलाके अहिर खेड़ी काकड़ पुलिया के पास फेंक दिया। गाड़ी के आसपास सामान बिखेर दिया, जिससे ऐसा लगे कि यह हादसा है ,रिश्तों को तार-तार करते हुए 35 वर्ष मामी की मोहब्बत में भांजे ने अपने ही सगे मामा को मौत के घाट उतार दिया। भांजे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर दो दिन पहले साजिश रची और घटना को अंजाम दे दिया।
वैलेंटाइन डे पर मामी को भांजे ने दिया ये तोहफा
मर्डर के पहले आरोपी भांजे शुभम ने सोशल मीडिया पर स्टेटस डाला था कि ‘मेरा इश्क औरों जैसा नहीं है, अकेले रहेंगे पर तेरे ही रहेंगे। ’ भांजे शुभम ने अपने ही मामा रूप सिंह राठौड़ को मौत के घाट उतार दिया। दरअसल, घटना 14 फरवरी की है। वैलेंटाइन डे के दिन मामी को तोहफे के रूप में भांजे शुभम ने अपने ही मामा को मौत के घाट उतार कर हमेशा के लिए दूर कर दिया।
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