क्या बीजेपी के द्वारा वाकई नूपुर शर्मा को इन्ही कारणों से हटाया गया ?

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनको हटाने का ये कारण तो है ही साथ ही 'कुछ और' कारण भी है, सियासी गलियों में मचे भूचाल की ये है पूरी कहानी

देश की राजनीति में इन दिनों भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ( NUPUR SHARMA ) के बयान को लेकर सियासी गलियों में भूचाल मचा हुआ है।

इसी को देखते हुए पार्टी ने कल उनको पार्टी व पद से हटाने का निर्णय लिया है। लेकिन क्या बीजेपी के द्वारा वाकई इन्ही कारणों से उनको हटाया गया या कुछ और? सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनको हटाने का ये कारण तो है ही साथ ही कुछ और कारण भी है ! आईये जानते है :

भारत की वस्तुवों का बॉयकॉट

कुवैत, कतर और ईरान ने अपने देशों में भारत के राजदूतों को बुलाया और विरोध दर्ज कराया। साथ ही अरब देशों में सोशल मीडिया पर भारतीय उत्पादों के बहिष्कार के लिए ट्रेंड भी चलाए गए। कतर ने बयान में कहा, “वह भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद कर रहा है। इस तरह की इस्लामोफोबिक टिप्पणियों को बिना सजा के जारी रखने की अनुमति देना मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है। ये हिंसा और नफरत का एक चक्र पैदा करेगा।”

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देश में हिंसक घटनाओं घटने की आशंका

कानपुर में 3 जून को दो समुदायों में हिंसक झड़प हुई थी और पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं थी। जबकि उसी दिन देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कानपुर में थे। नूपुर शर्मा के बयान को लेकर मुस्लिम संगठनों ने बंद का ऐलान किया था और इसी दौरान हिंसा शुरू हो गई। देश में किसी अन्य जगह पर ऐसी घटना न हो, इसलिए भी पार्टी को ये फैसला लेना पड़ा।

व्यापार में गिरावट

बीजेपी नेताओं की टिपण्णी के बाद अरब देशों में भारत के वस्तुओं के बॉयकाट की मांग हो रही थी। ऐसी खबरे भी आई कि कई स्टोर्स से भारतीय लोगों को नौकरी से निकाल भी दिया गया था। 2020-2021 में गल्फ देशों के साथ भारत के व्यापार का कुल मूल्य 87 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक था, जिसमें लगभग 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर का कुल आयात शामिल था।

2020-2021 में कुल द्विपक्षीय व्यापार में उसके पहले के वर्ष की तुलना में लगभग 27 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। करीब 65 लाख भारतीय अरब देशों में रहते हैं और अपना जीवन यापन करते हैं।

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