#Monetary Policy: मौद्रिक नीति समिति की 3-5 August तक होगी बैठक !

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक आज से शुरू हो गई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की मौद्रिक नीति समिति (The monetary policy committee- MPC) की बैठक 3-5 अगस्त, 2022 तक आयोजित होने जा रही है।

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक आज से शुरू हो गई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की मौद्रिक नीति समिति (The monetary policy committee- MPC) की बैठक 3-5 अगस्त, 2022 तक आयोजित होने जा रही है। मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन चलने वाली इस द्विमासिक बैठक (Bimonthly Meeting) में कई अहम फैसले लेने की उम्मीद बताई जा रही है।ऐसे में बैठक के नतीजों की घोषणा यानि आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान 5 अगस्त शुक्रवार को किया जाएगा।

बता दें कि अब तक आरबीआई रेपो रेट में 90 बेसिस का इजाफा कर चुका है। ऐसे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मई में रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट और जून में 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि एमपीसी बुधवार को अपनी आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा (Upcoming Monetary Policy Review) में एक बार दरों को फिर से बढ़ा सकता है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) पहले ही इसका संकेत दे चुके हैं। हाल के दिनों में महंगाई में कोई खास कमी नहीं देखने को मिल रही है, ऐसे में दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका जताई जा रही है।

RBI से कर्ज लेना पड़ सकता है महंगा

आपको बता कि बैंक अपने रोजमर्रा के कामों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से कर्ज लेते हैं। इस ऋण पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट (Repo Rate) कहते हैं। ऐसे में जब बैंक को कम ब्याज दर पर कर्ज मिलता है तो रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज देते हैं। बताया गया है, रिजर्व बैंक रेपो रेट में वृद्धि करता है तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) के एक रिसर्च पेपर में इस बात की जानकारी स्पष्ट दी गई है कि इस साल (2022) में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (US central bank Federal Reserve) ने ब्याज दरों में 225 आधार पर अंक 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है। वहीं भारत में इसके मुकाबले देखा जाये तो आरबीआई ने अब तक इस साल 0.90 फीसदी का इजाफा नीतिगत दरों में किया है।

MPC की बैठक में हो सकती है महंगाई की चर्चा

ऐसे में स्विस ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस सिक्योरिटीज (Swiss brokerage company UBS Securities) का अनुमान है कि केंद्रीय बैंक एमपीसी की बैठक में रेपो दर में 0.25 फीसदी से 0.30 फीसदी की वृद्धि कर सकता है। बता दें कि इससे पहले मई में 0.40 फीसदी और जून में 0.50 फीसदी का इजाफा आरबीआई ने कर दिया था।

बता दें कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में देश की बढ़ती महंगाई दर को भी लेकर चर्चा की जा सकती है।

 

 

 

 

 

 

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