लखनऊ: सिविल अस्पताल में कभी भी आग से हो सकता है बड़ा हादसा !

 राजधानी का वीवीआईपी कहे जाने वाले सिविल अस्पताल में कभी भी आग लगने से बड़ा हादसा हो सकता है। यहां फायर फाइटिंग सिस्टम अधूरा पड़ा है।

 राजधानी का वीवीआईपी कहे जाने वाले सिविल अस्पताल में कभी भी आग लगने से बड़ा हादसा हो सकता है। यहां फायर फाइटिंग सिस्टम अधूरा पड़ा है। लिवाना होटल अग्निकांड के बावजूद भी अस्पताल प्रशासन ने अभी तक सबक नहीं लिया। फायर विभाग ने मई में अधूरे फायर फाइटिंग सिस्टम पर नाराजगी जताते हुए नोटिस जारी की थी। फायर विभाग के अफसरों ने सोमवार को सिविल अस्पताल पहुंचकर जांच के बाद यह बात बताई।

 अस्पताल में आग से बचाव के इंतजाम में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे अफसर

अफसरों ने आग से बचाव के इंतजाम देखे। इस दौरान फायर फाइटिंग सिस्टम अधूरा मिला। इसके चलते मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती है। इसके अलावा फायर विभाग की टीम फैज़ाबाद रोड स्थित चंदन हॉस्पिटल पहुंची। यहां आग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम मिले। टीम को मानक के अनुसार व्यवस्था मिली।

हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल में करीब 400 बेड हैं। ज्यादातर बेड हमेशा भरे रहते हैं। ओपीडी में चार से पांच हजार मरीज रोज आ रहे हैं। संकरी जगह पर ओपीडी का संचालन हो रहा है। इसके बावजूद अफसर अस्पताल में आग से बचाव के इंतजाम करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। अफसरों की सुस्ती से सैकड़ों मरीज तीमारदारों की जान जोखिम में है।

अग्निशमन विभाग की टीम को मिली ढेरों खामियां

अस्पताल में आग से बचाव के इंतजाम नाकाफी हैं। हालात यह हैं कि फायर विभाग ने मई में अधूरे फायर फाइटिंग सिस्टम पर नाराजगी जाहिर की थी। नोटिस भी जारी की थी। इसके बाद भी अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। अभी तक पूरी तरह फायर फाइटिंग सिस्टम स्थापित नहीं किया गया। सोमवार को सीएफओ मंगेश कुमार के नेतृत्व में अग्निशमन विभाग की टीम अस्पताल पहुंची। यहां ढेरों खामियां मिली। आधकारा फायर फाइटिंग सिस्टम के अधूरे होने के पीछे के कारण तक नहीं बता पाए। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि 45 फायर एस्टिग्यूसर (आग से बचाव के सिलेंडर) विभागों में लगे हैं। कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

फायर बिग्रेड की टीम ने अस्पताल परिसर का लिया जायजा

अस्पताल के अफसरों ने फायर विभाग की टीम क बताया कि भवन काफी पुराना है। इसमें उपकरण स्थापित करने में काफी अड़चन आ रही है। काम में तेजी लाने के निर्देश एजेंसी को दिए जा चुके हैं। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि हजरतगंज फायर बिग्रेड की टीम ने अस्पताल परिसर का जायजा लिया है। अग्निशमन को लेकर जो कुछ भी कमियां होंगी, उसे तत्काल दुरुस्त किया जाएगा। अस्पताल सभी मानकों को पूरा करेगा।

 फायर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने का दिया गया अल्टीमेटम

  • शहर में बड़ी संख्या में अस्पतालों में फायर फाइटिंग के मानकों की अनदेखी की जाती है। इस वजह से अग्निशमन विभाग पर कार्रवाई करने का दबाव बना हुआ हैं।
  • अभी हाल ही में विभाग ने शहर के 177 इमारतों के मालिक को नोटिस देकर फायर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने का अल्टीमेटम दिया है।
  • इनमें शहर के कई अस्पताल और होटल भी शामिल हैं। बड़ी संख्या में निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों में फायर के नियमों के अनदेखी होती है।
  • इस बीच सरकारी अस्पतालों में भी लापरवाही के मामले सामने आते हैं। इस बार कार्रवाई की शुरुआत सिविल से हुई हैं।
  • निरीक्षण के दौरान हजरतगंज सीएफओ की अगुवाई में टीम ने बड़ी गहनता से तमाम पहलुओं को परखते हुए जांच पड़ताल की है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन को इससे जुड़े दिशा निर्देश भी दिए हैं।

 

हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button