Covid19vaccination: बायोलॉजिकल ई कॉर्बेवैक्स को मिल सकती है मंजूरी !
Covid-19 vaccination: कोरोना के लागतार बढ़ते मामलों को देखते हुए covid-19 टीकाकरण पर एक सरकारी पैनल ने कोविशील्ड(Covishield) या कोवाक्सिन(Covaxin ) टीकाकरण
Covid-19 vaccination: कोरोना के लागतार बढ़ते मामलों को देखते हुए covid-19 टीकाकरण पर एक सरकारी पैनल ने कोविशील्ड(Covishield) या कोवाक्सिन(Covaxin ) टीकाकरण वाले वयस्कों के लिए एहतियाती खुराक के रूप में कॉर्बेवैक्स(Corbevax) को अनुमति देने की सिफारिश की है।
आपको बता दे कि एक आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि ‘ टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्य समूह ने 20 जुलाई को हुई अपनी 48 वीं बैठक में ये सिफारिश की है।’
बायोलॉजिकल ई कॉर्बेवैक्स
हैदराबाद स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी बायोलॉजिकल ई अक्टूबर में तीसरे चरण के परीक्षण के साथ कोरोनोवायरस बीमारी (कोविड -19) के खिलाफ अपना टीका, ‘कॉर्बेवैक्स’(Corbevax) लॉन्च किया था।
भिन्न वैक्सीन कैसे बना बूस्टर खुराक
आधिकारिक सूत्रों से मंगलवार को यह जानकारी मिली हैं कि अगर भारत सरकार इस पर विचार करती है तो यह पहली बार होगा जब देश में प्राथमिक टीकाकरण में दी गई वैक्सीन (कोविशील्ड या कोवाक्सिन )के बजाय किसी भिन्न वैक्सीन को बूस्टर खुराक के रूप में दिया जाएगा।
कोर्बेवैक्स vs कोवैक्सिन या कोविशील्ड
डाटा की जांच के बाद सीडब्ल्यूजी ने देखा कि कोवैक्सिन या कोविशील्ड टीकाकरण वाले लोगों में कॉर्बेवैक्स वैक्सीन एंटीबॉडी टाइटर्स में महत्वपूर्ण वृद्धि को प्रेरित कर सकता है। 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए एहतियाती खुराक के रूप में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने 4 जून को कॉर्बेवैक्स(Corbevax) को मंजूरी दी थी।
कोविड-19 वैक्सीन जो पहली और दूसरी खुराक देने के लिए इस्तेमाल की गई है, वह 18 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को एहतियात के तौर पर दी जा रही है।
प्राप्त डाटा के अनुसार 18-59 आयु वर्ग में 4.13 करोड़ से अधिक एहतियाति खुराक दी गई है, जबकि 5.11 करोड़ से अधिक एहतियाती खुराक 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को दी गई है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत ने 10 जनवरी से स्वास्थ्य देखभाल और फ्रंट लाइन के कार्यकर्ताओं और 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को टीकों की एहतियाती खुराक देना शुरू किया था। देश ने 16 मार्च से 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया और साथ ही कॉमरेडिटी क्लॉज को भी हटा दिया, जिससे 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोविड के टीके की एहतियाती खुराक के लिए पात्र हो गए। भारत ने 10 अप्रैल को 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड-19 टीकों की एहतियाती खुराक देना शुरू किया।