‘Rajasthan Crisis’: सचिन पायलट की ‘बगावत’ से, हाईकमान से टकराये अशोक गहलोत !
'राजस्थान' (Rajasthan) की 'सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस' (Ruling Party Congress) से बड़ी खबर सामने आ रही है। इस दौरान सीएम की कुर्सी को लेकर हो रहे 'घमासांन युद्ध' (Fiery War) चरम सीमा पर है।
‘राजस्थान’ (Rajasthan) की ‘सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस’ (Ruling Party Congress) से बड़ी खबर सामने आ रही है। इस दौरान सीएम की कुर्सी को लेकर हो रहे ‘घमासांन युद्ध’ (Fiery War) चरम सीमा पर है। वहीं इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा सौंप कर नया सियासी बवाल खड़ा कर दिया है।
‘CM की कुर्सी’ को लेकर हो रहा घमासांन युद्ध
राजस्थान में मचे सियासी हंगामे के बीच कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने उस बयान पर सफाई दी है। आपको बता दें कि उन्होंने अपना संदेश कांग्रेस लीडरशिप तक पहुंचा दिया है। समाचार एजेंसी के मुताबिक सचिन पायलट का कहना है कि, अगर अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ेगी।
Congress MLA Sachin Pilot refutes the following information; says he has spoken neither with the party's high command nor with Rajasthan CM Ashok Gehlot pic.twitter.com/RT54CqMfzo
— ANI (@ANI) September 27, 2022
‘कांग्रेस सरकार’ के संकट बढ़ते ही जा रहे
सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों के होटल मानेसर जाकर कैद हो जाने पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार के संकट बढ़ते ही जा रहे हैं। इस सिलसिले में सदन में बहुमत में संख्या बल कम होने के कारण सरकार डरी हुई थी। ऐसे में कांग्रेस के केन्द्रीय नेताओं का जयपुर में जमावड़ा खड़ा हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक पायलट को काफी मनाने की कोशिशें हो रही थी, लेकिन सचिन पायलट ने चुप्पी साथ ली थी। ऐसे में उनके समर्थक विधायकों के ट्वीट आने लगे कि उन्हें अशोक गहलोत का नेतृत्व मंजूर नहीं है। इस बात जाहिर हो गया कि, सचिन पायलट मुख्यमंत्री की कुर्सी के खातिर अपने समर्थित विधायकों के साथ होटल में जाकर बैठ गए हैं।
‘आलाकमान का बयान’ आया सामने
कांग्रेस विधायक सचिन पायलट ने कांग्रेस आलाकमान है कि, इस मामले में अगर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं, तो उन्हें सीएम नहीं रहना चाहिए। इस सिलसिले में विधायकों को साथ लाना उनकी जिम्मेदारी कही जाती है।
हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईटके लिए आप यहां http://www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं । आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।