गेहूं पर घमासान : पी चिदंबरम ने कहा, ‘मेरा मानना है कि केंद्र सरकार पर्याप्त गेहूं खरीदने में विफल रही !

साथ ही कहा मुझे हैरानी नहीं है क्योंकि यह सरकार कभी भी किसान हितैषी नहीं रही, बताया यह एक किसान विरोधी कदम

हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से विपक्ष हमलावर हो गया है। सरकार के इस कदम को कांग्रेस पार्टी ने ‘ किसान विरोधी ‘ करार दिया है। कांग्रेस आरोप लगते हुए दावा किया है कि सरकार ने गेहूं ( Wheat ) की पर्याप्त खरीद नहीं की जिस कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई कि उसे निर्यात पर रोक लगानी पड़ी।

गेहूं की पैदावार कम हुई

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा, ‘मेरा मानना है कि केंद्र सरकार पर्याप्त गेहूं खरीदने में विफल रही है। ऐसा नहीं है कि गेहूं की पैदावार कम हुई है। यह कुल मिलाकर पहले की तरह हो सकता है कि पहले के मुकाबले थोड़ी ज्यादा पैदावार हुई हो। ’

प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं पड़ती

साथ ही उन्होंने कहा है कि ‘यह एक किसान विरोधी कदम है। मुझे हैरानी नहीं है क्योंकि यह सरकार कभी भी किसान हितैषी नहीं रही है।’ पी चिदंबरम ने आगे कहा कि अगर पर्याप्त खरीद की गई होती तो गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। भारत ने घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के उपायों के तहत गेहूं के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया

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