Telangana: सीएम KCR ने लगाए सरकार पर आरोप, कहा- केंद्र संघीय मूल्यों को कमजोर करने की कर रही कोशिश !
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) ने सोमवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, केंद्र सरकार ने राज्यों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश शुरू कर दी है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) ने सोमवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, केंद्र सरकार ने राज्यों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश शुरू कर दी है। दिल्ली की गद्दी पर बैठी सरकार संघीय मूल्यों को कमजोर कर रही है। KCR ने गोलकुंडा किले पर तिरंगा फहराने के बाद कहा, स्वतंत्र भारत वज्रोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में तेलंगाना राज्य को आज तिरंगे में सजाया गया है।
हर घर में नि:शुल्क बांटे गए तिरंगे !
KCR ने कहा कि यह वह अवसर है जब देश आजादी के 75 साल पूरे कर रहा है। इस ऐतिहासिक दिन की मान्यता में, सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हर घर पर तिरंगा फहराने का आह्वान किया है। हर घर में नि:शुल्क झंडे बांटे गए। हर घर पर तिरंगा फहराए जाने से पूरा तेलंगाना तिरंगे की शान से जगमगा रहा है।
तेलंगाना में 22 अगस्त तक चलेगा उत्सव !
KCR ने कहा कि “हमने 1 करोड़ 20 लाख झंडे वितरित किए जो हमारे तेलंगाना कार्यकर्ताओं द्वारा हाथ से बनाए गए थे, और हर घर को मुफ्त में झंडे दिए गए। उन्होंने कहा, 8 अगस्त को हमने उत्सव शुरू किया था जो कि इस महीने की 22 तारीख तक जारी रहेगा, हम पूरे राज्य में देशभक्ति के कई कार्यक्रम मना रहे हैं।
मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि स्वतंत्र भारत के 75 वर्षों में दलितों के जीवन में कोई खास बदलाव नहीं आया है। देश में दलितों का सामाजिक भेदभाव और उत्पीड़न आज भी जारी है।
KCR ने भाजपा पर साधा निशाना !
KCR ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्यों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश शुरू कर दी है। KCR बोले, संविधानवादी चाहते थे कि घोड़ों के जोड़े की तरह केंद्र, राज्य प्रगति के रथ का नेतृत्व करें। इसलिए संघीय व्यवस्था की स्थापना हुई।
उन्होंने कहा, दिल्ली की गद्दी पर बैठी मौजूदा केंद्र सरकार संघीय मूल्यों को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिशों में जुटी है।
शक्तियों का केंद्रीकरण कर रही केंद्र !
CM KCR ने कहा कि केंद्र सरकार सहकारी संघवाद की भावना के आदर्शों को बढ़ावा देती है। लेकिन असलियत में, यह शक्तियों का केंद्रीकरण है। उन्होंने कहा कि संविधान के पहले अनुच्छेद में कहा गया है कि भारत राज्यों का एक संघ है, पर उसका मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, केंद्र किसान विरोधी काले कानूनों को लागू करना चाहती थी। लेकिन, किसान उन कानूनों के खिलाफ हो गए।
उन्होंने कहा, दिल्ली में विरोध करने वाले किसानों के खिलाफ हिंसा करने के अलावा केंद्र सरकार ने उनसे देशद्रोही के रूप में व्यव्हार किया। अंत में सरकार ने किसानों के संघर्ष के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और किसान कानूनों को वापस ले लिया। और प्रधान मंत्री को किसानो से माफी मांगनी पड़ी।
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