धातु-ज्ञान : आखिर क्यों पहनते करते हैं धातु के कड़े ? जानिए इस खबर में
पीतल और तांबा मिश्रित धातु का कड़ा पहनने से सभी तरह की नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति की रक्षा होती है
मनुष्य के जीवन में प्रत्येक धारण आभूषण का अपना विशेष महत्व है। हर धातु का अपना अलग महत्व होता है। तो आईये आज के इस वीडियो में जानते हैं की किस धातु के कड़े ( bracelets )पहनने से जातक पर क्या प्रभाव पड़ता है :
चाँदी का कड़ा
जिस जातक का चंद्र कुण्डली में सही दशा में नही होता है। ऐसे जातकों को ज्यादातर ज्योतिष चाँदी का कड़ा पहनने की सलाह देते हैं। ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा की स्तिथि को जातक की कुण्डली में सुधारने के लिए चाँदी का कड़ा पहनना शुभ माना जाता है।
पीतल का कड़ा
जिन जातकों की कुण्डली में बृहस्पति ग्रह की स्तिथि सही नही होती या उनसे कुपित होते हैं। ऐसे जातकों को पीतल का कड़ा पहनने की सलाह ज्योतिष विद्वानों द्वारा दी जाती है।
ताँबे का कड़ा
कड़ों में अगर सर्वश्रेष्ठ कड़े की बात करी जाये तो ताम्बे के कड़े को उपयुक्त माना गया है। कहा जाता है की जिन जातकों की कुण्डली में सूर्य का दशा दुर्बल होती है उन्हें इसको धारण करने के लिए ज्योतिष शास्त्री कहते है।
कड़ों के अन्य लाभ
कड़े को पहनने के पूर्व दिन, वार, नक्षत्र, मुहूर्त आदि को जान लें उसके बाद ही कड़े को धारण करें। पीतल और तांबा मिश्रित धातु का कड़ा पहनने से सभी तरह की नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति की रक्षा होती है।
कड़ा हनुमानजी का प्रतीक है अतः इसे पहनने से हनुमानजी की कृपा बनी रहती है। कहते हैं कि इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है और यह आपके क्रोध को कंट्रोल करता है। इसके अलावा हाथ में कड़ा धारण करने से कई तरह की बीमारियों से भी आपकी रक्षा होती है।
तांबे का कड़ा पहनने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। इसे पहनने से सर्दियों में होने वाली जकड़न को कम किया जा सकता है। पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस में भी ये बेहद कारगर है।