Uttarakhand: उत्तराखंड में भूस्खलन, 250 से ज्यादा रोड हुई बंद !
उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को लगातार बारिश से कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ जिससे बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिरों तक राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 250 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गईं।
उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को लगातार बारिश से कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ जिससे बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिरों तक राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 250 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गईं।
अगले कुछ दिनों तक होती रहेगी बारिश !
राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष (Disaster Control Room ) ने कहा कि धारचूला में भूस्खलन के कारण 6 आवासीय घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हालांकि, किसी के चोटिल होने की कोई खबर नहीं आई है, क्योंकि घरों में रहने वालों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा चुका था।
कुमाऊं स्काउट्स (Kumaon Scouts ) ने धारचूला में 17 घरों से 53 लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव प्रयासों में पिथौरागढ़ प्रशासन की मदद की।
मौसम विभाग ने कहा कि राज्य के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है।
ANI ने ट्वीट करते हुए एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमे भूस्खलन को होते साफ़ देखा जा सकता है ANI ने अपने ट्वीट में लिखा, “रुद्रप्रयाग गौरीकुंड हाईवे 109 पर बांसबारा के पास भारी भूस्खलन हुआ, जिसके बाद हाईवे को बंद कर दिया गया है।”
#WATCH | Heavy landslide near Bansbara on Rudraprayag Gaurikund Highway 109, after which the highway has been closed pic.twitter.com/TmJy3Nx4cy
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 30, 2022
ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे बंद !
भारी भूस्खलन के बाद लामबगड़ में ऋषिकेश-बद्रीनाथ नेशनल हाईवे का 10-15 मीटर लंबा हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बांसवाड़ा में ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी ब्लॉक हो गया। प्रभावित सड़कों में 11 नेशनल हाईवे और 239 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं।
इससे पहले शुक्रवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के कुछ हिस्सों में भी भारी जलभराव देखा गया, जिससे कई वाहन ट्रैफिक में फंस गए थे।
उत्तराखंड में 31 जुलाई तक रहेगा मानसून !
इस बीच श्रीनगर गढ़वाल फरासू-हनुमान मंदिर के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे 58 को बंद कर दिया गया है। पौड़ी पुलिस ने शनिवार को बताया कि रुद्रप्रयाग और चमोली जिले की ओर जाने वाले सभी वाहनों को पौड़ी चुंगी से खिर्सू की ओर मोड़ दिया गया है।
क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, “उत्तराखंड में 31 जुलाई तक मानसून सक्रिय रहेगा जिससे भूस्खलन और चट्टान गिरने की घटनाएं भी देखी जा सकती हैं।”